एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटना में मारे गए क्रू सदस्यों की याद में

दुर्घटना का विवरण
गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने से 12 सदस्यीय क्रू की जान चली गई। इस लेख में हम उन सभी क्रू सदस्यों का उल्लेख करेंगे, जो इस हादसे का शिकार हुए। इनमें 60 वर्षीय पायलट सुमित सभरवाल भी शामिल थे, जो जल्द ही रिटायर होने वाले थे और मुंबई के पवई में अपने 90 वर्षीय पिता के साथ रहते थे। इस क्रू में एक युवा फ्लाइट अटेंडेंट भी थी, जो अपने गांव की लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत मानी जाती थी।
पायलट सुमित सभरवाल
शांत और अनुशासित पायलट
60 वर्षीय कैप्टन सुमित सभरवाल इस उड़ान के सबसे वरिष्ठ सदस्य थे। उनके पड़ोसी ने बताया, "वह बहुत संयमित और अनुशासित थे। हम उन्हें अक्सर वर्दी में देखते थे, लेकिन उनका स्वभाव बेहद शांत था।" सभरवाल की बहन के दो बेटे भी कमर्शियल पायलट हैं। उनके निधन से पवई समुदाय और परिवार में शोक की लहर है।
दीपक पाठक
परिवार के प्रति समर्पित
दीपक पाठक, जो 11 साल से एयर इंडिया के फ्लाइट अटेंडेंट थे, हर उड़ान से पहले अपने परिवार को फोन करते थे। उनके परिवार ने बताया, "उन्होंने गुरुवार को भी फोन किया था। हमें नहीं पता था कि यह उनकी आखिरी कॉल होगी।" हादसे के बाद उनके फोन की घंटी बजने से परिवार को उम्मीद थी कि वह सुरक्षित हैं, लेकिन बाद में अधिकारियों ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की।
सईनीता चक्रवर्ती
एक समर्पित पेशेवर
35 वर्षीय सईनीता चक्रवर्ती, जिन्हें दोस्त 'पिंकी' के नाम से जानते थे, हाल ही में गो एयर से एयर इंडिया में शामिल हुई थीं। जुहू कोलीवाड़ा की निवासी सईनीता की दोस्त निकी डिसूजा ने कहा, "वह मेहनती और पेशेवर थीं। उनके निधन से हमारा दिल टूट गया है।"
मैथिली मोरेश्वर पाटिल
गांव की प्रेरणा
पनवेल के न्हावा गांव की 24 वर्षीय मैथिली पाटिल ने आर्थिक तंगी के बावजूद विमानन क्षेत्र में अपने सपनों को पूरा किया। एक पड़ोसी ने कहा, "वह हमारी शान थीं। उनकी उपलब्धियों ने हमें गर्व महसूस कराया। यह हादसा हमें सुन्न कर गया।"
रोशनी राजेंद्र सोंगहरे
सपनों की उड़ान
डोम्बिवली की 27 वर्षीय रोशनी सोंगहरे हाल ही में एयर इंडिया में शामिल हुई थीं। उनके रिश्तेदार ने बताया, "एयर होस्टेस बनना उनका सपना था।" 54,000 इंस्टाग्राम फॉलोअर्स वाली रोशनी अपने समुदाय में गर्व का विषय थीं। हादसे की खबर के बाद डोम्बिवली के विधायक रविंद्र चव्हाण ने परिवार की मदद के लिए आपातकालीन विभाग से संपर्क किया।