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ऑपरेशन सिंदूर: भारत-पाक सैन्य टकराव की घटनाएं

जकार्ता में एक सेमिनार में कैप्टन शिव कुमार ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव की घटनाओं का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक नुकसान के बाद भारत ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और दुश्मन के ठिकानों पर हमले किए। इंडोनेशियाई विशेषज्ञों ने भी इस दौरान हुए नुकसान का आंकलन किया। भारतीय दूतावास ने कैप्टन कुमार के बयान को संदर्भ से हटकर बताया, जबकि कांग्रेस सांसद ने सरकार से सवाल उठाए। जानें पूरी कहानी में क्या हुआ।
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ऑपरेशन सिंदूर: भारत-पाक सैन्य टकराव की घटनाएं

ऑपरेशन सिंदूर का विवरण

ऑपरेशन सिंदूर: हाल ही में जकार्ता में आयोजित एक सेमिनार में, भारतीय रक्षा अधिकारी कैप्टन शिव कुमार ने भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव के पहले दिन की घटनाओं का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत को कुछ लड़ाकू विमानों का नुकसान उठाना पड़ा। यह नुकसान सरकार द्वारा लगाए गए प्रारंभिक प्रतिबंधों के कारण हुआ, जिसमें केवल आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाने का निर्देश था। कैप्टन शिव कुमार ने कहा, "मैं इस बात से सहमत नहीं हो सकता कि भारत ने इतने सारे विमान खो दिए, लेकिन यह सच है कि हमने कुछ विमानों को खोया, और यह केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सैन्य प्रतिष्ठानों और उनकी हवाई सुरक्षा पर हमले को रोकने के आदेश के कारण हुआ।


रणनीति में बदलाव

कैप्टन कुमार ने आगे बताया कि प्रारंभिक नुकसान के बाद भारत ने अपनी रणनीति में बदलाव किया। उन्होंने कहा, "हमने अपनी रणनीति को संशोधित किया और दुश्मन के सैन्य ठिकानों पर हमले किए। हमने पहले दुश्मन की हवाई सुरक्षा को दबाया और उसे नष्ट किया (SEAD और DEAD)।" इस नई रणनीति के परिणामस्वरूप, भारत ने 8, 9 और 10 मई को पूर्ण हवाई श्रेष्ठता प्राप्त की। इस दौरान सतह से हवा और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग कर सटीक हमले किए गए।


इंडोनेशियाई विशेषज्ञ का बयान

इंडोनेशियाई विशेषज्ञ के दावे:

इंडोनेशिया सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज के उपाध्यक्ष टॉमी टैमटोमो ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीन राफेल, एक मिग-29, एक सुखोई-30, एक ड्रोन और दो एस-400 लांचर खो दिए। उन्होंने यह भी कहा, "भारत ने बहुत कुछ खोया है, लेकिन पाकिस्तान ने भी काफी नुकसान उठाया है, शायद भारत से भी ज्यादा।" टैमटोमो ने बताया कि पाकिस्तान को छह लड़ाकू विमानों, दो AWACS और एक सैन्य परिवहन विमान का नुकसान हुआ।


भारतीय दूतावास का स्पष्टीकरण

भारतीय दूतावास का स्पष्टीकरण:

जकार्ता में भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा कि कैप्टन कुमार के बयान को "संदर्भ से हटकर" उद्धृत किया गया है। दूतावास ने स्पष्ट किया, "मीडिया रिपोर्ट्स वक्ता द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन के उद्देश्य और जोर का गलत प्रतिनिधित्व करती हैं। प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारतीय सशस्त्र बल नागरिक राजनीतिक नेतृत्व के तहत काम करते हैं और ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था।


सियासी सवाल और सरकारी चुप्पी

सियासी सवाल और सरकारी चुप्पी:

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सरकार से सवाल किया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' पर संसद का विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा, "पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सिंगापुर में महत्वपूर्ण खुलासे करते हैं। फिर इंडोनेशिया से एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी इस पर प्रतिक्रिया देते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने और विपक्ष को विश्वास में लेने से क्यों इनकार कर रहे हैं?" रक्षा मंत्रालय ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।