ओडिशा सरकार का जल संसाधन जनगणना का ऐतिहासिक कदम
ओडिशा सरकार ने राज्य में जल संसाधनों की सटीक जानकारी जुटाने के लिए जल संसाधन जनगणना का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य जल स्रोतों की स्थिति, उपयोग और रखरखाव की जानकारी प्राप्त करना है। जियो-टैगिंग तकनीक का उपयोग करते हुए, यह जनगणना ओडिशा में पहली बार हो रही है। इससे जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में और कैसे यह राज्य के विकास में सहायक होगी।
Jun 4, 2025, 10:38 IST
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जल संसाधनों की सटीक जानकारी जुटाने की पहल
ओडिशा सरकार ने राज्य में जल स्रोतों की सटीक जानकारी इकट्ठा करने का निर्णय लिया है। इस दिशा में, जल संसाधन जनगणना (Water Resources Census) का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह जानना है कि ओडिशा में पानी के कितने स्रोत हैं, उनका उपयोग किस प्रकार हो रहा है, और उनकी देखभाल की स्थिति क्या है।इस जनगणना के तहत, गाँवों और शहरों में तालाबों, जलाशयों, चेक डैमों, नहरों और लिफ्ट सिंचाई परियोजनाओं जैसे जल निकायों का विवरण एकत्र किया जाएगा। जानकारी जुटाने के लिए जियो-टैगिंग (Geo-tagging) तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे हर जल स्रोत की भौगोलिक स्थिति को डेटा के साथ जोड़ा जा सके।
यह जनगणना ओडिशा में पहली बार हो रही है, और सरकार का मानना है कि सटीक जानकारी से जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन, भविष्य की योजनाओं का निर्माण और सिंचाई कवरेज में वृद्धि संभव होगी। यह डेटा राज्य के विकास और पानी के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा।
यह पहल राज्य के जल संसाधन विभाग द्वारा संचालित की जा रही है, और इसे लागू करने के लिए फील्ड सर्वेक्षण किए जाएंगे। इस जनगणना से प्राप्त जानकारी ओडिशा की जल सुरक्षा और कृषि क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।