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ओमान में मुस्लिम जनसंख्या में गिरावट, हिंदुओं की संख्या में वृद्धि

ओमान में मुस्लिम जनसंख्या में गिरावट हो रही है, जो 2010 में 90 प्रतिशत से घटकर 82 प्रतिशत रह गई है। इस दौरान हिंदुओं और ईसाइयों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो मुख्य रूप से भारत से आए आप्रवासियों के कारण है। ओमान का पाकिस्तान के साथ पुराना संबंध है, और हाल के तनाव के दौरान इसका झुकाव पाकिस्तान की ओर रहा है। जानें इस विषय पर और अधिक जानकारी।
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ओमान में मुस्लिम जनसंख्या में गिरावट, हिंदुओं की संख्या में वृद्धि

ओमान में मुस्लिम जनसंख्या में कमी

ओमान में मुस्लिम जनसंख्या में गिरावट: जबकि दुनिया के कई देशों में जनसंख्या घट रही है, वहीं मुसलमानों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में इस्लाम, ईसाई धर्म को पीछे छोड़कर सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा। प्यू रिसर्च के अनुसार, 2010 से 2020 के बीच इस्लाम सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म रहा है, जिसमें मुसलमानों की संख्या 347 मिलियन से बढ़कर 2.0 बिलियन हो गई। इसी अवधि में ईसाईयों की संख्या 122 मिलियन से बढ़कर 2.3 बिलियन हो गई।


ओमान में घटती मुस्लिम जनसंख्या

प्यू रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर मुसलमानों की संख्या में वृद्धि हो रही है, लेकिन ओमान एक ऐसा मुस्लिम देश है जहां मुस्लिम जनसंख्या में कमी आई है। 2010 में ओमान की कुल जनसंख्या का 90 प्रतिशत मुसलमान थे, जो अब घटकर 82 प्रतिशत रह गया है। ओमान एक मुस्लिम बहुल देश है और हाल ही में भारत-पाकिस्तान संघर्ष में पाकिस्तान का समर्थन किया था।


हिंदुओं की संख्या में वृद्धि

ओमान में मुस्लिम जनसंख्या का हिस्सा घटकर 82 प्रतिशत रह गया है, जबकि 2010 से 2020 के बीच हिंदुओं और ईसाइयों की संख्या में वृद्धि हुई है। यह मुख्य रूप से भारत से आए आप्रवासियों के कारण है। पिछले दशक में, ओमान की कुल जनसंख्या में 1.8 मिलियन की वृद्धि में अधिकांश हिस्सा आप्रवासियों का रहा है।


ओमान और पाकिस्तान के बीच संबंध

ओमान का पाकिस्तान के साथ पुराना और मजबूत संबंध है। ग्वादर बंदरगाह भी ओमान से जुड़ा हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान ओमान का झुकाव पाकिस्तान की ओर रहा है।