ओवैसी ने पाकिस्तान के हिंदू-मुस्लिम मुद्दे पर बयान दिया
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के प्रयासों का विरोध किया है, जिसमें भारत के साथ संघर्ष को हिंदू-मुस्लिम मुद्दे के रूप में पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में 240 मिलियन गर्वित मुसलमान हैं और यह देश कई प्रमुख इस्लामी विद्वानों का घर है। ओवैसी ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार और आतंकवाद के मुद्दों पर भी चर्चा की, साथ ही FATF की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान की वापसी की आवश्यकता पर जोर दिया।
May 29, 2025, 12:55 IST
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ओवैसी का पाकिस्तान पर कड़ा बयान
एआईएमआईएम के नेता और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के उस प्रयास का विरोध किया है, जिसमें भारत के साथ संघर्ष को हिंदू-मुस्लिम विवाद के रूप में पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में 240 मिलियन से अधिक गर्वित मुसलमान रहते हैं और यह देश कई प्रमुख इस्लामी विद्वानों का घर है। ओवैसी सऊदी अरब में एक चर्चा के दौरान यह बात कह रहे थे, जहां वह पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद सरकार की वैश्विक आउटरीच पहल में शामिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं।
पाकिस्तान का गलत संदेश
पाकिस्तान ने अरब जगत को गलत संदेश दिया
ओवैसी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान अरब और मुस्लिम देशों को यह गलत संदेश दे रहा है कि हम एक मुस्लिम देश हैं और भारत नहीं है। भारत में 240 मिलियन गर्वित भारतीय मुसलमान हैं। हमारे इस्लामी विद्वान दुनिया के किसी भी विद्वान से कहीं बेहतर हैं। वे अरबी में उत्कृष्टता से बात कर सकते हैं। यह पाकिस्तान का झूठा प्रचार है कि भारत उन्हें नुकसान पहुंचा रहा है क्योंकि वे एक मुस्लिम देश हैं। अगर पाकिस्तान इन तकफीरी आतंकवादी समूहों को रोक दे, तो दक्षिण एशिया में स्थिरता आएगी। ओवैसी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 9 मई की घटनाओं का उल्लेख करते हुए पाकिस्तानी सेना के दुष्प्रचार की निंदा की। उन्होंने कहा, 9 मई को क्या हुआ? उनके नौ एयरबेस को निशाना बनाया गया। अगर भारत चाहता तो हम उन एयरबेस को पूरी तरह से नष्ट कर सकते थे। लेकिन हम उन्हें आईना दिखाना चाहते थे और कहना चाहते थे, 'हम आपको चेतावनी दे रहे हैं, ऐसा मत करो, हमें उस रास्ते पर जाने के लिए मजबूर मत करो।' नौ आतंकवादी संगठन मुख्यालयों को भी निशाना बनाया गया। एक और चौंकाने वाली बात यह थी कि मारे गए आतंकवादियों के लिए नमाज़ का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति एक नामित अमेरिकी आतंकवादी है।
FATF की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान की वापसी
पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में वापस लाया जाना चाहिए
बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल ओवैसी ने कहा कि आतंकवादी समूहों की फंडिंग पर नियंत्रण के लिए पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में वापस लाना आवश्यक है। उन्होंने एक तस्वीर का उल्लेख किया जिसमें पाकिस्तान के सेना प्रमुख के बगल में एक अमेरिकी नामित आतंकवादी बैठा हुआ है, और कहा कि यह आतंकवाद से स्पष्ट संबंध दर्शाता है। पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में वापस लाया जाना चाहिए। तभी हम इन सभी आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण को नियंत्रित कर सकेंगे। जब इस व्यक्ति (असीम मुनीर) को पाकिस्तान में फील्ड मार्शल बनाया गया था, तो मोहम्मद एहसान नामक एक अमेरिकी नामित आतंकवादी फील्ड मार्शल के ठीक बगल में बैठा था। इस फील्ड मार्शल के साथ हाथ मिलाते हुए उसकी तस्वीरें हैं। पाकिस्तान की संलिप्तता के स्पष्ट सबूत हैं। ये आतंकवादी समूह वहां फल-फूल रहे हैं, उन्हें वहां प्रशिक्षित किया जा रहा है, और पूरा काम भारत को अस्थिर करना है ताकि भारत में और अधिक हिंदू-मुस्लिम दंगे हो सकें।