कंबोडिया-थाईलैंड सीमा विवाद: झड़पों के बाद युद्धविराम पर सहमति
सीमा पर संघर्ष के बाद युद्धविराम
- झड़पों में 100 से अधिक लोग मारे गए, लाखों बेघर हुए
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा विवाद, नोम पेन्ह/बैंकॉक: कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर कई हफ्तों तक चले संघर्ष के बाद, दोनों देशों ने तुरंत युद्धविराम पर सहमति जताई है। यह समझौता आज दोपहर 12:00 बजे (स्थानीय समय) से लागू होगा। दोनों पक्षों के बीच सीमाओं पर हुई झड़पों के बाद यह शांति समझौता हुआ है। इस संघर्ष में 100 से अधिक लोग मारे गए और 5 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए।
बातचीत की आवश्यकता पर जोर
दोनों देशों के बीच प्रुम-बान पाक कार्ड इंटरनेशनल पॉइंट ऑफ़ एंट्री पर तीसरी स्पेशल जनरल बॉर्डर कमेटी (जीबीसी) की बैठक हुई। एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने विवादों को शांति से सुलझाने के लिए बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया। यह बातचीत यूनाइटेड नेशंस चार्टर, आसियान चार्टर और दक्षिण-पूर्व एशिया में मित्रता और सहयोग की संधि के सिद्धांतों के अनुसार होगी।
आसियान चेयर के बयान का उल्लेख
दोनों पक्षों ने 22 दिसंबर को मलेशिया के कुआलालंपुर में हुई स्पेशल आसियान फॉरेन मिनिस्टर्स मीटिंग में आसियान चेयर के बयान को याद किया। उन्होंने धमकी या बल प्रयोग से बचने का वादा दोहराया और 28 जुलाई के सीज़फ़ायर समझौते का पालन करने की बात कही। इस समझौते के तहत सभी प्रकार के हथियारों का उपयोग रोकने का निर्णय लिया गया है।
एग्रीमेंट का उल्लंघन न करने की शर्त
संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों को बिना उकसावे के फायरिंग या सैनिकों की मूवमेंट से बचना चाहिए। इस एग्रीमेंट का किसी भी हालत में उल्लंघन नहीं होना चाहिए। बयान में एंटी-पर्सनल माइंस पर ओटावा कन्वेंशन के तहत अपनी जिम्मेदारियों को और पक्का किया गया है।
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