कटक में दुर्गा पूजा के दौरान हिंसा, 12 घंटे का बंद आह्वान

कटक में दुर्गा पूजा के दौरान हुई हिंसा
कटक में हिंसक झड़प: दुर्गा पूजा की मूर्ति विसर्जन के समय कटक में हिंसा भड़क गई, जिससे रविवार को स्थिति तनावपूर्ण हो गई। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने 6 अक्टूबर को शहर में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। शनिवार रात 1:30 से 2 बजे के बीच अचानक यह हिंसा दरगाहबाजार क्षेत्र में हाथी पोखरी के पास शुरू हुई। स्थानीय निवासियों ने विसर्जन के दौरान तेज म्यूजिक पर आपत्ति जताई।
यह विवाद तब बढ़ गया जब कुछ लोगों ने छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं। इस घटना में कटक के डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित कई लोग घायल हुए।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा:
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप कई वाहन और स्टॉल क्षतिग्रस्त हो गए। दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों ने तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन के कारण विसर्जन लगभग 3 घंटे तक रुका रहा। भारी पुलिस बल की तैनाती के बाद रविवार सुबह 9:30 बजे तक सभी मूर्तियों का विसर्जन कर दिया गया।
इस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारी सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों का उपयोग कर इस घटना में शामिल लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रहे हैं।
बीजेडी का बयान
असामाजिक तत्वों पर आरोप:
सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) ने इस हिंसा के लिए सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना की निंदा की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और आगे की अशांति को रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।