Newzfatafatlogo

कटहल फिल्म को मिला बेस्ट हिंदी फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार

फिल्म 'कटहल' ने 2023 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बेस्ट हिंदी फिल्म का खिताब जीता है। इसके निर्देशक यशोवर्धन मिश्रा का रायपुर से गहरा संबंध है, और उनके पिता भी एक प्रसिद्ध फिल्मकार हैं। इस फिल्म में कटहल चोरी की कहानी को हास्य और व्यंग्य के साथ प्रस्तुत किया गया है। सान्या मल्होत्रा और राजपाल यादव ने इसमें मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। इस सफलता पर यशोवर्धन ने अपने परिवार के छत्तीसगढ़ से जुड़ाव को साझा किया। जानें इस फिल्म की कहानी और पुरस्कारों के बारे में अधिक जानकारी।
 | 
कटहल फिल्म को मिला बेस्ट हिंदी फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार

कटहल फिल्म की सफलता

रायपुर। 2023 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में फिल्म 'कटहल' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस फिल्म के निर्देशक यशोवर्धन मिश्रा का संबंध रायपुर से है। उनके पिता, अशोक मिश्रा, एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हैं, जिन्हें भी फिल्म लेखन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है। सान्या मल्होत्रा इस फिल्म में मुख्य भूमिका में हैं, जिसमें कटहल चोरी की कहानी को व्यंग्यात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। सान्या के साथ राजपाल यादव ने भी इस फिल्म में अभिनय किया है।


 


कटहल की कहानी हास्य के साथ-साथ राजनीतिक व्यवस्था और पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है। इसमें एक खोए हुए कटहल की खोज में पूरी तंत्र को लगा दिया जाता है। इस फिल्म ने समाज की समस्याओं को बड़े पर्दे पर दर्शाया है, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा है। इस सफलता पर युवा फिल्मकार यशोवर्धन मिश्रा ने कहा कि उनके लिए यह गर्व की बात है कि उन्हें अपने पिता अशोक मिश्रा के बाद यह पुरस्कार मिल रहा है। उनके परिवार का छत्तीसगढ़ से गहरा जुड़ाव है, और यह उनके लिए एक अविस्मरणीय क्षण है।


 


राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन का पुरस्कार दीपक किंगरानी को भी मिला है, जो भाटापारा के निवासी हैं और फिल्म लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्हें मनोज वाजपेयी की फिल्म 'सिर्फ बंदा काफी है' के लिए 2023 का सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार मिला है। यह गर्व की बात है कि दोनों फिल्मकार छत्तीसगढ़ से जुड़े हुए हैं और उन्होंने छत्तीसगढ़ का नाम पूरे सिनेमा जगत में रोशन किया है।