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करनाल में 12वीं कक्षा के छात्र ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट में लिखा 'आपसे प्यार है परिवार'

करनाल के कर्ण विहार में एक 12वीं कक्षा के छात्र ने आत्महत्या कर ली, जिसके सुसाइड नोट में उसने अपने परिवार के प्रति प्यार का इजहार किया। यह घटना मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता को उजागर करती है। छात्र लंबे समय से मानसिक दबाव का सामना कर रहा था, लेकिन उसने अपनी समस्याओं को किसी के साथ साझा नहीं किया। इस घटना ने समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
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करनाल में 12वीं कक्षा के छात्र ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट में लिखा 'आपसे प्यार है परिवार'

करनाल में छात्र की आत्महत्या की घटना

करनाल के कर्ण विहार क्षेत्र में एक 12वीं कक्षा के छात्र द्वारा आत्महत्या करने की घटना ने समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। छात्र ने अपने सुसाइड नोट में परिवार के प्रति एक भावुक संदेश छोड़ते हुए बताया कि वह लंबे समय से मानसिक तनाव का सामना कर रहा था।


छात्र की मानसिक स्थिति

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि छात्र चौथी कक्षा से ही किसी न किसी समस्या से जूझ रहा था, लेकिन वह इसे किसी के साथ साझा नहीं कर सका। परिवार और शिक्षक उसे एक समझदार छात्र मानते थे, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति किसी को भी दिखाई नहीं दी।


मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता

भारत में किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी है। स्कूलों में काउंसलिंग सेवाएं सीमित हैं और परिवारों में भी इसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है।


छात्रों पर पढ़ाई, करियर और सामाजिक अपेक्षाओं का भारी दबाव होता है, जिससे वे अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में हिचकिचाते हैं। यह डर कभी-कभी उन्हें आत्मघात की ओर ले जाता है।


समाज और परिवार की भूमिका

स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग को अनिवार्य किया जाना चाहिए।


माता-पिता को बच्चों के संकेतों को समझने और संवाद करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।


समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति कलंक और शर्म को समाप्त करने की आवश्यकता है।


छात्रों के लिए 24x7 हेल्पलाइन जैसे iCall (टाटा इंस्टीट्यूट) और AASRA हेल्पलाइन: 91-22-27546669 को सक्रिय किया जाना चाहिए।