करनाल में गुरुकुल में छात्र के साथ दुर्व्यवहार, आरोपी आचार्य गिरफ्तार
गुरुकुल में हुई शर्मनाक घटना
- निसिंग थाना क्षेत्र में घटित घटना, गुरुकुल की मान्यता पर उठे सवाल
करनाल : करनाल के निसिंग क्षेत्र में स्थित एक गुरुकुल में गुरु-शिष्य संबंधों को कलंकित करने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है। आरोप है कि एक 11 वर्षीय छात्र, जो सातवीं कक्षा में पढ़ता है, के साथ गुरुकुल के आचार्य ने बाथरूम में गलत हरकत की। बच्चे ने हिम्मत जुटाकर रसोई में काम करने वाली महिला के फोन से अपनी मां को घटना की जानकारी दी। मां की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी आचार्य को गिरफ्तार कर लिया है। मामला पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
बच्चे की मां का बयान
बेटा रोते हुए बार-बार कह रहा था “मां, जल्दी आ जाओ…”
पीड़ित बच्चे की मां, जो इंद्री क्षेत्र की एक कॉलोनी में निवास करती हैं, ने पुलिस को बताया कि 24 नवंबर की शाम लगभग 4:15 बजे उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया। यह कॉल गुरुकुल की रसोई में काम करने वाली महिला के फोन से किया गया था। फोन पर उनका बेटा रोते हुए बार-बार कह रहा था, “मां, जल्दी आ जाओ… मेरे साथ गलत हुआ है।” मां तुरंत गुरुकुल पहुंचीं। वहां बेटे ने बताया कि 23 नवंबर को दोपहर में आचार्य ने उसे कमरे में बुलाया और फिर बाथरूम में ले जाकर अंदर से कुंडी बंद कर दी और गलत हरकत की। विरोध करने पर उसने धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो जान से मार देगा। डर के कारण बच्चा एक दिन तक चुप रहा, फिर अगले दिन मौका मिलते ही महिला कर्मचारी से फोन लेकर मां को सूचना दी।
पुलिस की कार्रवाई
मामला बेहद संवेदनशील है और जांच गंभीरता से की जा रही है
निसिंग थाना प्रभारी इंस्पेक्टर श्री भगवान ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गुरुकुल में लगभग 25 बच्चे रह रहे थे। पीड़ित बच्चे से अलग से पूछताछ की गई, जिसमें उसने आचार्य पर आरोप की पुष्टि की। आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा। बच्चे का मेडिकल परीक्षण करवाया जा रहा है। थाना प्रभारी ने कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है और जांच गंभीरता से की जा रही है।
गुरुकुल की व्यवस्था पर सवाल
बच्चों को फोन करने की सुविधा नहीं
पुलिस जांच में गुरुकुल की व्यवस्था को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं। एक सप्ताह से गुरुकुल में बिजली नहीं थी, और सामने की राइस मिल से अस्थायी कनेक्शन लेकर काम चलाया जा रहा था, जो दो दिन पहले ही बंद हुआ। बच्चों को फोन करने की सुविधा नहीं थी। हफ्ते में सिर्फ दो बार टीचर अपनी मर्जी से बच्चों को घर फोन करवाते थे। गुरुकुल पहले लाडवा क्षेत्र में चलता था, बाद में बंद हुआ और अब सांभली रोड पर पुरानी पॉलिटेक्निक बिल्डिंग किराए पर लेकर चलाया जा रहा है।
गुरुकुल की मान्यता पर सवाल
गुरुकुल मान्यता प्राप्त है या नहीं, इसका भी कोई स्पष्ट रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं
यह गुरुकुल मान्यता प्राप्त है या नहीं, इसका भी कोई स्पष्ट रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। गुरुकुल को उत्तर प्रदेश की एक महिला चलाती है, जो पिछले कुछ दिनों से यूपी गई हुई है। पुलिस उससे संपर्क साधने की कोशिश कर रही है। गुरुकुल में कुल मिलाकर सिर्फ दो ही शिक्षक पूरे हॉस्टल जैसे माहौल में रातभर बच्चों को संभाल रहे थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था बेहद असुरक्षित और नियमों के खिलाफ प्रतीत होती है।
आगे की कार्रवाई
आरोपी आचार्य के साथ-साथ गुरुकुल संचालिका से भी सख्त पूछताछ होगी
थाना प्रभारी श्री भगवान ने बताया कि बच्चे की सुरक्षा सर्वोपरि है। आरोपी आचार्य के साथ-साथ गुरुकुल संचालिका से भी सख्त पूछताछ होगी। अगर गुरुकुल बिना अनुमति के चल रहा था या बच्चों की सुरक्षा से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया गया है, तो अलग से कार्रवाई की जाएगी। सभी बच्चों की काउंसलिंग कराई जा रही है और उनके अभिभावकों से संपर्क कर व्यवस्था की सच्चाई की जानकारी जुटाई जा रही है।
