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कराची की मलीर जेल में भूकंप के दौरान 200 से अधिक कैदियों का फरार होना: एक गंभीर सुरक्षा चूक

सोमवार रात कराची की मलीर जेल में भूकंप के झटकों ने अराजकता मचा दी, जिससे 200 से अधिक कैदी फरार हो गए। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 81 कैदियों को फिर से पकड़ लिया गया है, लेकिन 135 से ज्यादा अब भी फरार हैं। गृह मंत्री ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और इसके गंभीर परिणाम।
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कराची की मलीर जेल में भूकंप के दौरान 200 से अधिक कैदियों का फरार होना: एक गंभीर सुरक्षा चूक

भूकंप ने मचाई अराजकता

सोमवार रात कराची की मलीर जेल में एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब भूकंप के झटकों ने जेल की सुरक्षा को हिला कर रख दिया। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए 200 से ज्यादा कैदी जेल से भाग निकले। यह घटना 'आपदा में अवसर' की कहावत को सही साबित करती है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, भूकंप के कारण सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिला, जिसका कैदियों ने भरपूर लाभ उठाया।


हल्की तीव्रता, लेकिन गंभीर परिणाम

हल्के भूकंप का बड़ा प्रभाव


सोमवार की रात कराची में रिक्टर स्केल पर 2.6 और 2.8 की तीव्रता के दो हल्के भूकंप आए, जिनका केंद्र मलीर के निकट था। हालांकि भूकंप की तीव्रता अधिक नहीं थी, लेकिन जेल में उत्पन्न अराजकता ने गंभीर संकट पैदा कर दिया। इस दौरान सैकड़ों कैदियों को एहतियात के तौर पर उनकी कोठरियों से बाहर निकाला गया, जिससे भगदड़ मच गई।


216 कैदियों का फरार होना, एक की मौत

कैदियों की संख्या और सुरक्षा बलों की स्थिति


जेल अधीक्षक अरशद शाह के अनुसार, "सुरक्षा अधिकारियों की प्राथमिकता भूकंप के खतरे से निपटना था। इस दौरान कुल 216 कैदी जेल से भाग गए।" इस घटना में एक कैदी की मौत हो गई, जबकि कुछ सुरक्षाकर्मी और फ्रंटियर कोर के जवान घायल हुए। वीडियो फुटेज में कैदियों को सड़कों पर भागते हुए और जेल के पास गोलीबारी की आवाजें सुनाई दीं।


135 से अधिक कैदी अब भी फरार

फरार कैदियों की तलाश जारी


अधिकारियों के अनुसार, अब तक 81 कैदियों को फिर से पकड़ लिया गया है, लेकिन 135 से ज्यादा अब भी फरार हैं। जेल प्रशासन, स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने मिलकर फरार कैदियों की खोज शुरू कर दी है। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इनमें से कई खतरनाक अपराधी हो सकते हैं।


जेल की सुरक्षा में खामियां

जेल की दीवारों की स्थिति


प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि भूकंप के झटकों ने जेल की दीवारों को कमजोर कर दिया था। इसी का फायदा उठाकर कैदियों ने जेल की बाहरी दीवार को तोड़कर मुख्य गेट तक पहुंचने में सफलता पाई। गृह मंत्री जिया-उल-हसन लांजर ने इसे "हाल की सबसे गंभीर जेलब्रेक घटनाओं में से एक" बताया और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए।


मानसिक रूप से अस्थिर कैदियों की भूमिका

कैदियों की मानसिक स्थिति


सिंध के आईजी जेल गुलाम नबी मेमन ने बताया कि मलीर जेल में कई ऐसे कैदी हैं जो नशीली दवाओं से जुड़े अपराधों में पकड़े गए हैं और मानसिक रूप से अस्थिर हैं। ऐसे कैदियों के लिए इस तरह की स्थिति बेहद खतरनाक होती है, जिससे वे अत्यधिक हिंसक और अनियंत्रित हो सकते हैं।