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कराची जेल से 200 से अधिक कैदियों की भागने की घटना, सुरक्षा में चूक का मामला

कराची की मलीर जेल से 2 जून की रात 200 से अधिक कैदियों के भागने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। भूकंप के कारण उत्पन्न अफरातफरी में कैदियों ने मुख्य द्वार तोड़कर भागने का प्रयास किया। इस दौरान कई कैदी घायल हुए और एक की मौत हो गई। पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया है, जिसमें 75 कैदियों को फिर से गिरफ्तार किया गया है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और सुरक्षा उपायों के बारे में।
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कराची जेल से 200 से अधिक कैदियों की भागने की घटना, सुरक्षा में चूक का मामला

कराची जेल से कैदियों का भागना

2 जून की रात कराची की मलीर जेल में भूकंप के कारण उत्पन्न अफरातफरी के बीच 200 से अधिक कैदी भाग निकले। इस घटना में कम से कम 216 कैदियों के भागने की पुष्टि हुई है, जिसमें एक कैदी की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। इस दौरान फ्रंटियर कोर (एफसी) के तीन सदस्यों और एक जेल गार्ड को गंभीर चोटें आईं, जिससे जेल का माहौल संघर्षपूर्ण हो गया। इसके बाद कराची को हाई अलर्ट पर रखा गया है। 


कैदियों के भागने का कारण

भूकंप के झटकों के बाद सुरक्षा में चूक के कारण यह घटना हुई। कैदियों को अस्थायी रूप से उनके बैरकों से बाहर निकाला गया, जिससे 700 से 1,000 कैदी मुख्य द्वार के पास इकट्ठा हो गए। इसी दौरान, 100 से अधिक कैदियों ने, जिनमें कई गंभीर अपराधों के आरोपित थे, जबरन गेट खोला और भाग गए। इस दौरान कैदियों ने अधिकारियों पर गोलियां चलाईं, जिससे जेल की सुरक्षा में खामियां उजागर हुईं। सिंध के गृह मंत्री जिया-उल-हसन लंजर ने बताया कि कैदियों ने जेल की दीवार नहीं तोड़ी, बल्कि मुख्य द्वार को तोड़ा। उन्होंने स्वीकार किया कि भूकंप के कारण दीवार में दरारें आईं, लेकिन इसका उपयोग भागने में नहीं किया गया। 


कैदियों की गिरफ्तारी और सुरक्षा उपाय

जेल से भागने के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए, जिसमें कैदी कराची की सड़कों पर घूमते हुए दिखाई दे रहे थे। पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया, जिसमें 75 कैदियों को पकड़ लिया गया है। शेष भगोड़ों का पता लगाने के लिए प्रयास जारी हैं। शहर भर में चौकियाँ स्थापित की गईं और निगरानी बढ़ा दी गई। गृह मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति का आकलन करने के लिए जेल का दौरा किया और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।


सोशल मीडिया पर कैदियों की गतिविधियाँ

कैदियों के भागने के बाद, कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें कैदी खुलेआम चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे थे कि वे 28 साल से जेल में हैं। इस स्थिति ने आम लोगों में दहशत पैदा कर दी।