करुण नायर की इंग्लैंड दौरे पर निराशाजनक वापसी
भारतीय क्रिकेटर करुण नायर ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में निराशाजनक प्रदर्शन किया। चार मैचों में केवल 205 रन बनाकर, उन्होंने एक बार भी शतक नहीं बनाया। ओवल टेस्ट में उनकी शुरुआत अच्छी रही, लेकिन वह अर्धशतक के बाद टिक नहीं सके। नायर ने अपने अनुभव पर विचार करते हुए भविष्य की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने की बात की है। जानें उनके प्रदर्शन और आगामी योजनाओं के बारे में।
Aug 10, 2025, 12:22 IST
| करुण नायर का प्रदर्शन और टीम की स्थिति
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदें करुण नायर की वापसी से जुड़ी थीं, लेकिन हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। नायर ने चार मैचों में केवल 205 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 25.62 रहा, और उन्होंने सिर्फ एक बार अर्धशतक बनाया। इंग्लैंड की धरती पर शतक न बना पाने का दुख उन्होंने खुद स्वीकार किया।ओवल टेस्ट में नायर ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन अर्धशतक पूरा करने के बाद वह ज्यादा देर टिक नहीं सके। इस मैच में भारत ने बेहद करीबी मुकाबले में 6 रनों से जीत हासिल की और श्रृंखला को 2-2 से बराबरी पर समाप्त किया। नायर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, "ओवल में शतक न बना पाने का दुख है, लेकिन उस कठिन परिस्थिति में टीम के साथ बने रहना महत्वपूर्ण था। मैं नर्वस था, लेकिन खुद को अच्छा महसूस करा रहा था। पहले भी इंग्लैंड में नॉर्थेंट्स के खिलाफ 150 रन बना चुका हूं, इसलिए उम्मीद थी कि मैं शतक बना पाऊंगा।"
33 वर्षीय इस बल्लेबाज ने कहा कि यह श्रृंखला उतार-चढ़ाव से भरी रही और उन्होंने इस अनुभव पर गहराई से विचार किया है। अब उनका ध्यान भविष्य की तैयारियों पर है। "जो हो चुका है उसे भुलाकर मैं आगे बढ़ना चाहता हूं। मेरा ध्यान बड़े स्कोर बनाने पर है, चाहे मैं किसी भी स्तर पर खेल रहा हूं।"
नायर को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया था। हालांकि, पहले मैच की पहली पारी में शून्य पर आउट होना उनके लिए चिंता का विषय था। लीड्स में दूसरी पारी में उन्होंने 20 रन बनाए और बर्मिंघम में 31 और 26 रन की पारियां खेलीं, लेकिन लगातार लय पकड़ने में असफल रहे।
लॉर्ड्स टेस्ट में भी उन्हें मौका मिला, जहां उन्होंने पहली पारी में 40 और दूसरी पारी में 14 रन बनाए। लेकिन मैनचेस्टर के चौथे मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ओवल में रहा, जहां उन्होंने पहली पारी में 57 रन बनाकर टीम को 200 के पार पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्रृंखला का अंत उन्होंने 17 रन बनाकर किया।