कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के बाद तनाव और बंद का आह्वान

मांड्या में हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण
मांड्या: कर्नाटक के मांड्या जिले के मद्दुर तालुका में 7 सितंबर को गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच पथराव और हिंसक झड़पों की घटना के बाद तनाव बना हुआ है। इस झड़प में छह लोग घायल हुए थे। इसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जिला इकाई ने मंगलवार को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक बंद का आह्वान किया है।
भाजपा के जिला अध्यक्ष इंद्रेश ने कार्यकर्ताओं को मद्दुर में 'बंद' को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनता, व्यापारियों और संगठनों से इस 'बंद' में सहयोग की अपील की। इसके साथ ही, उन्होंने इसे सरकार के लिए एक चेतावनी भी बताया। भाजपा के सहयोगी दल जनता दल (सेक्युलर) ने भी इस बंद का समर्थन किया है। पूर्व विधायक डीसी थम्मन्ना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी से निष्पक्षता से 'बंद' में भाग लेने का अनुरोध किया।
मंगलवार की सुबह बंद के कारण मद्दुर शहर पूरी तरह से ठप नजर आया। मुख्य सड़कें सुनसान हैं, और आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। मस्जिदों और प्रमुख चौराहों पर पुलिस हाई अलर्ट पर है, और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मद्दुर में हुई घटना के संबंध में पुलिस ने अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया है। केंद्रीय उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस घटना के लिए राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "हमारे जिले और पूरे राज्य में इतनी बड़ी घटना घटने का मुख्य कारण कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का आचरण है। कांग्रेस की सरकार में ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि हिंदू आहत हैं। हर दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं।"
इसी बीच, मैसूर में हिंदू जागरण और अन्य संगठनों द्वारा प्रस्तावित 'चामुंडी चलो' अभियान को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने चामुंडी हिल्स की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर नाकेबंदी कर दी है। इसके कारण सांगोली रायन्ना सर्कल में 300 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। डीसीपी बिंदु मणि ने घटनास्थल का दौरा किया। प्रदर्शनकारियों के पहुंचते ही उन्हें हिरासत में लेने की संभावना है, और इसके लिए अतिरिक्त पुलिस वाहन तैनात किए गए हैं।