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कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु भगदड़ में मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजा बढ़ाया

कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए मुआवजा राशि को बढ़ाकर ₹25 लाख कर दिया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया। घटना के दौरान 11 लोगों की मौत हुई और 56 अन्य घायल हुए। RCB ने भी मृतकों के परिवारों के लिए सहायता राशि की घोषणा की है। इस मामले में जांच जारी है और आयोजकों पर सुरक्षा में लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं।
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कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु भगदड़ में मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजा बढ़ाया

मुआवजा राशि में वृद्धि

कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भयानक भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए मुआवजा राशि को बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कार्यालय ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि अब मृतकों के परिजनों को ₹25 लाख की सहायता दी जाएगी, जबकि पहले यह राशि ₹10 लाख निर्धारित की गई थी।


स्टेडियम के बाहर की स्थिति

यह दुखद घटना 4 जून को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें संस्करण की विजेता टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के सम्मान समारोह के दौरान हुई। समारोह के दौरान स्टेडियम के बाहर भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे 11 लोगों की जान चली गई और 56 अन्य घायल हुए। यह कार्यक्रम केवल वैध पासधारकों के लिए था, लेकिन सोशल मीडिया पर फैली गलत जानकारी के कारण हजारों लोग बिना पास के वहां पहुंच गए। अनुमान है कि समारोह में लगभग दो से तीन लाख लोग शामिल हुए थे।


विशेष राहत कोष की स्थापना

इस घटना के बाद, RCB ने भी मानवीय पहल करते हुए मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख की सहायता देने और घायलों के लिए एक विशेष राहत कोष की घोषणा की। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आयोजक डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और RCB पर सुरक्षा में लापरवाही और भीड़ नियंत्रण में असफल रहने के आरोप लगाए गए हैं।


जांच और जिम्मेदारी

इस बीच, कर्नाटक हाईकोर्ट ने आयोजकों पर तुरंत कोई कठोर कार्रवाई न करने का निर्देश दिया है। हालांकि, नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए KSCA के सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई. जयराम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सरकार और प्रशासन ने इस हादसे की जांच को तेज कर दिया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए भीड़ नियंत्रण व्यवस्था को मजबूत करने का आश्वासन दिया है।