कांग्रेस अध्यक्ष ने मणिपुर में हिंसा पर पीएम मोदी को घेरा

प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप
कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को हैदराबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 'राजधर्म' का पालन न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पिछले दो वर्षों में 42 देशों की यात्रा की, लेकिन मणिपुर, जहां हिंसा के कारण लोग मारे जा रहे हैं, वहां एक बार भी नहीं गए। खड़गे ने कहा, "मणिपुर में हिंसा 3 मई, 2023 से शुरू हुई और यह अभी भी जारी है।"
मोदी सरकार की विफलता
लोगों की सुरक्षा में असफलता
खड़गे ने बताया कि मणिपुर में 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, 68,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं, और हजारों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया, "डबल इंजन सरकार अपने नागरिकों को सुरक्षा और संरक्षण देने में क्यों असफल रही? आपने मुख्यमंत्री को पहले क्यों नहीं हटाया?" उन्होंने आगे कहा, "आपकी डबल असॉल्ट सरकार आज भी मणिपुर को विफल कर रही है। गृह मंत्रालय के शासन के बावजूद हिंसा की घटनाएं रुक नहीं रही हैं।"
राष्ट्रपति शासन का मुद्दा
आधिकारिक निर्णय पर सवाल
खड़गे ने आरोप लगाया कि केंद्र ने "अपनी अक्षमता छिपाने के लिए" आधी रात को राष्ट्रपति शासन लागू करने का प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय तब लिया गया जब कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव और बीजेपी के विधायकों की असमंजस की स्थिति ने सरकार को मजबूर किया।
विशेष पैकेज की आवश्यकता
मणिपुर के लिए विशेष पैकेज की मांग
खड़गे ने पूछा, "गृह मंत्री द्वारा घोषित शांति समिति का क्या हुआ? आपने दिल्ली में सभी प्रभावित समुदायों से मुलाकात क्यों नहीं की? मणिपुर के लिए विशेष पैकेज की घोषणा क्यों नहीं की गई?" उन्होंने कहा, "मोदी जी, आप एक बार फिर 'राजधर्म' निभाने में असफल रहे।"
आर्थिक नुकसान का आंकलन
मणिपुर की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
खड़गे ने कहा कि पिछले दो वर्षों में मणिपुर की अर्थव्यवस्था को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र द्वारा संसद में लाए गए मणिपुर के लिए अनुदान मांग में सामाजिक खर्चों में कटौती की गई है।