कांग्रेस ने एसआईआर प्रक्रिया पर उठाए सवाल, लोकतंत्र की सुरक्षा का किया वादा
एसआईआर पर कांग्रेस की चिंता
नई दिल्ली। वर्तमान में देश में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें एसआईआर पर चर्चा की गई।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया कि उन्होंने उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के महासचिवों, प्रभारियों, प्रदेश कांग्रेस समितियों, विधायक दलों और सचिवों के साथ एसआईआर प्रक्रिया की व्यापक समीक्षा की। कांग्रेस पार्टी मतदाता सूचियों की सत्यता को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि जब लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का विश्वास पहले से ही कमजोर है, तब चुनाव आयोग का एसआईआर प्रक्रिया के दौरान व्यवहार बेहद निराशाजनक रहा है। आयोग को यह साबित करना होगा कि वह भाजपा के प्रभाव में नहीं है और उसे किसी सत्तारूढ़ दल के बजाय भारत की जनता के प्रति अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए।
कांग्रेस का मानना है कि भाजपा एसआईआर प्रक्रिया का दुरुपयोग कर वोट चोरी करने की कोशिश कर रही है। यदि चुनाव आयोग इस पर ध्यान नहीं देता है, तो यह केवल प्रशासनिक विफलता नहीं होगी, बल्कि यह चुप्पी की मिलीभगत बन जाएगी। इसलिए, कांग्रेस के कार्यकर्ता, बीएलओ और जिला/शहर/ब्लॉक अध्यक्ष सतर्क रहेंगे। हम असली मतदाताओं को हटाने या फर्जी मतदाताओं को जोड़ने की हर कोशिश का पर्दाफाश करेंगे, चाहे वह कितनी भी सूक्ष्म क्यों न हो। कांग्रेस पार्टी संस्थाओं के पक्षपातपूर्ण दुरुपयोग से लोकतांत्रिक सुरक्षा उपायों को कमजोर नहीं होने देगी।
