कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के विवादास्पद बयान से राजनीतिक हलचल

आतंकी हमले पर अय्यर का बयान
ऑपरेशन सिंदूर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान ने राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा कर दी है। अय्यर ने कहा कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की संलिप्तता के कोई ठोस सबूत नहीं हैं। उनके इस बयान ने न केवल राजनीतिक दलों में विवाद उत्पन्न किया है, बल्कि आम जनता में भी असंतोष फैलाया है।
अय्यर का दावा
22 अप्रैल को हुए हमले के संदर्भ में अय्यर ने कहा कि न तो संयुक्त राष्ट्र और न ही अमेरिका ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। उनका तर्क है कि भारत अकेला ही पाकिस्तान को दोषी ठहरा रहा है, जबकि कोई ठोस प्रमाण नहीं है।
भाजपा का तीखा जवाब
अय्यर के बयान के बाद भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस पाकिस्तान का बचाव कर रही है और हमारे सुरक्षाबलों की मेहनत पर सवाल उठा रही है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पैनल का हवाला देते हुए कहा कि लश्कर-ए-तैयबा की शाखा टीआरएफ को लेकर खुद यूएन ने चिंता जताई है।
कांग्रेस पर आरोप
भाजपा प्रवक्ता सीआर केसवन ने कांग्रेस को पाकिस्तान का सबसे बड़ा समर्थक बताते हुए कहा कि कांग्रेस बार-बार पाकिस्तान के पक्ष में खड़ी नजर आती है, जो उनकी भारत विरोधी सोच को दर्शाता है।
सियासत में बयानबाज़ी का महत्व
जहां एक ओर देश आतंकवाद से लड़ रहा है, वहीं इस तरह के बयान राजनीति को गरमाते हैं और देश की एकता तथा सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिष्ठा पर असर डालते हैं। यह सवाल उठता है कि क्या सियासत में बयानबाज़ी इतनी आवश्यक हो गई है कि इसके लिए देश की सुरक्षा को खतरे में डाला जाए।
अय्यर का पाकिस्तान प्रेम
'भारत में नफरत, पाक में प्यार'
यह पहली बार नहीं है जब मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के प्रति अपने प्रेम का इजहार किया है। एक बार उन्होंने कहा था, 'हजारों लोग, जिन्हें मैं जानता तक नहीं, मुझे गले लगाते हैं। मुझे पाकिस्तान में जितना प्यार मिलता है, भारत में उससे कहीं ज्यादा नफरत मिलती है। इसलिए मैं यहां आकर खुश हूं।'