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कांग्रेस पर अमित शाह का हमला: आतंकवाद के प्रति नरम रवैया और बाटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कांग्रेस पर आतंकवाद के प्रति नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने 2008 की बाटला हाउस मुठभेड़ का हवाला देते हुए कांग्रेस नेताओं के संवेदनशील रवैये पर सवाल उठाए। शाह ने हालिया पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए सेना की कार्रवाई की प्रशंसा की और राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे यूपीए सरकार के दौरान आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों का खुलासा करें। इस भाषण में शाह ने सलमान खुर्शीद के 2012 के बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें खुर्शीद ने मारे गए आतंकवादियों के लिए शोक व्यक्त किया था।
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कांग्रेस पर अमित शाह का हमला: आतंकवाद के प्रति नरम रवैया और बाटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र

कांग्रेस पर आरोप

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान कांग्रेस पार्टी पर आतंकवाद के प्रति उदार दृष्टिकोण अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने 2008 में हुई बाटला हाउस मुठभेड़ का उदाहरण देते हुए कांग्रेस नेताओं के संवेदनशील रवैये पर सवाल उठाए और कहा कि भाजपा सरकार ने आतंकवादियों को कड़ा जवाब दिया है।


पहलगाम हमले का संदर्भ

हमलावरों का सफाया


अमित शाह ने हाल ही में हुए पहलगाम हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी सेना ने तीन महीनों के भीतर हमलावरों को खोजकर समाप्त कर दिया। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, "कल वे पूछ रहे थे कि हमलावर कहां गए, अब मैं कहता हूं- हमारी सेना ने उन्हें ठोक दिया।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सरकारों के समय जो आतंकवादी छिप जाते थे, उन्हें अब बाहर निकालकर खत्म किया जा रहा है।


बाटला हाउस मुठभेड़ का संदर्भ

2008 की मुठभेड़


अमित शाह ने 2008 की बाटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय कुछ कांग्रेस नेताओं ने मारे गए आतंकवादियों के लिए शोक व्यक्त किया था। उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद पर निशाना साधते हुए कहा, "मैं नाश्ता कर रहा था और टीवी पर देखा कि सलमान खुर्शीद रो रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी उन आतंकवादियों की तस्वीरें देखकर रो पड़ी थीं। यदि किसी को रोना था, तो शहीद मोहन चंद शर्मा के लिए रोते, जो मुठभेड़ में शहीद हुए थे।"


बाटला हाउस मुठभेड़ की पृष्ठभूमि

बम धमाकों का सिलसिला


13 सितंबर 2008 को दिल्ली में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में लगभग 30 लोग मारे गए और कई घायल हुए। इंडियन मुजाहिदीन ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद 19 सितंबर को दिल्ली पुलिस की एक टीम ने बाटला हाउस में एक फ्लैट पर छापा मारा, जहां आतंकियों के छिपे होने की सूचना थी। मुठभेड़ में दो आतंकवादी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद मारे गए, साथ ही दिल्ली पुलिस के जांबाज अधिकारी मोहन चंद शर्मा भी वीरगति को प्राप्त हुए।


सलमान खुर्शीद का बयान

2012 का बयान


2012 में उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सोनिया गांधी मारे गए आतंकियों की तस्वीरें देखकर रो पड़ी थीं। इसी बयान का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि उन्होंने वह भाषण अपने मोबाइल में सेव कर रखा है और वह लोकसभा में सार्वजनिक भी कर सकते हैं।


राहुल गांधी को चुनौती

सीधी चुनौती


अमित शाह ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे बताएं कि यूपीए सरकार के दौरान हुए आतंकी हमलों पर क्या कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, "बैसरन घाटी के अपराधियों को हमारी सेना ने खत्म कर दिया। अब किसी को सवाल पूछने की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी जवाब दें कि उनके शासन में आतंकियों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए।"