किश्तवाड़ में बादल फटने से आई बाढ़, 46 लोगों की मौत

किश्तवाड़ में बाढ़ का कहर
किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चोसिटी गांव में 14 अगस्त को दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच अचानक बाढ़ आ गई। इस आपदा में पूजनीय मचैल माता मंदिर जाने वाले रास्ते का अंतिम मोटर योग्य स्थान भी बह गया। इस बाढ़ के कारण दो केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) कर्मियों सहित कम से कम 46 लोगों की जान चली गई है, जबकि 160 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
25 जुलाई से शुरू हुई वार्षिक मचैल माता यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहाँ एकत्र हुए थे। अचानक पानी और मलबे के बढ़ने से संपत्ति को भारी नुकसान हुआ, सड़क संपर्क टूट गया और कई लोग मलबे में फंस गए।
बचाव कार्य जारी
बचाव अभियान की स्थिति
अधिकारियों के अनुसार, अब तक 167 लोगों को बचाया गया है, जिनमें से 38 की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और अधिकारियों को आशंका है कि यह संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं। राहत कार्य में सेना की व्हाइट नाइट कोर, पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवक शामिल हैं। 300 सैनिकों और चिकित्सा टुकड़ियों वाली पांच से अधिक सैन्य टुकड़ियाँ राहत सामग्री और चिकित्सा उपकरण लेकर तैनात की गई हैं। आवश्यकता पड़ने पर वायु सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है।
#WhiteKnightCorps | #HADR
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) August 14, 2025
Update on Relief Operations: #ChisotiVillage
Relief operations continue in full swing. Over 5 columns of 60 personnel each and medical detachments of #WhiteKnightCorps are on ground, working tirelessly in consonance with #JKP, #SDRF and other civilian… pic.twitter.com/lTB5QTAzwt
नेताओं का समर्थन
केंद्रीय और राज्य नेताओं का आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
#WhiteKnightCorps | #HADR
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) August 14, 2025
Update on Relief Operations: #ChisotiVillage
Relief operations continue in full swing. Over 5 columns of 60 personnel each and medical detachments of #WhiteKnightCorps are on ground, working tirelessly in consonance with #JKP, #SDRF and other civilian… pic.twitter.com/lTB5QTAzwt
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की और एनडीआरएफ की टीमों को तुरंत घटनास्थल पर पहुँचने का निर्देश दिया। उधमपुर से लगभग 180 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो इकाइयाँ, उन्नत खोज और बचाव उपकरणों के साथ अभियान में शामिल हो गई हैं। उपराज्यपाल कार्यालय ने पुष्टि की है कि सभी एजेंसियाँ ज़मीनी स्तर पर समन्वय के साथ काम कर रही हैं।
Spoke with the LG and Chief Minister of J&K on the cloudburst in Kishtwar district. The local administration is conducting relief and rescue operations. NDRF teams have promptly been rushed to the site. We are closely monitoring the situation and stand firmly with the people of…
— Amit Shah (@AmitShah) August 14, 2025
स्थिति गंभीर
जमीनी स्थिति की गंभीरता
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान का हवाला देते हुए स्थिति को गंभीर बताया। स्थानीय प्रशासन की टीमें निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने, घायलों की देखभाल करने और फंसे हुए परिवारों को आवश्यक राहत सामग्री पहुँचाने में जुटी हैं।
I just spoke to the Union Home Minister @AmitShah Sb to brief him about the developing situation in Kishtwar region of Jammu. The news is grim & accurate, verified information from the area hit by the cloud burst is slow in arriving. All possible resources are being mobilised…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 14, 2025
अधिकारियों का कहना है कि खड़ी ढलान और भारी बारिश के कारण पानी का स्तर और बढ़ गया है।
Help Desk/Control Room Numbers for rescue Operation regarding Cloud Burst incident at Chisoti, Paddar.@OfficeOfLGJandK @CM_JnK @diprjk pic.twitter.com/P1VHvEnT43
— Information & PR, Kishtwar (@DICKishtwar) August 14, 2025
गाँव के कई हिस्से कीचड़ और मलबे में दब गए हैं। ढांचे की सुरक्षा जाँच और सड़क मरम्मत का काम जारी है, जबकि जीवित बचे लोगों की तलाश रात तक जारी है।