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किश्तवाड़ में राहत कार्यों के दौरान उमर अब्दुल्ला का सामना नाराज़ लोगों से

जम्मू के किश्तवाड़ जिले में राहत कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को वहां के निवासियों की नाराज़गी का सामना करना पड़ा। लापता लोगों के परिजनों ने अपनी चिंताएं व्यक्त कीं और जानकारी की मांग की। मुख्यमंत्री ने शांति बनाए रखने की अपील की और राहत कार्यों की जानकारी साझा की। जानें इस घटना के बारे में और क्या हुआ जब उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
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किश्तवाड़ में राहत कार्यों के दौरान उमर अब्दुल्ला का सामना नाराज़ लोगों से

मुख्यमंत्री का राहत कार्यों का निरीक्षण

जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले के चिशौटी क्षेत्र में चल रहे राहत और बचाव कार्यों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को वहां के निवासियों की गहरी नाराज़गी का सामना करना पड़ा। लापता व्यक्तियों के परिजनों ने सीएम के सामने अपनी चिंताएं व्यक्त कीं और उत्तर की मांग की। उन्होंने कहा कि वे जानना चाहते हैं कि क्या उनके परिवार के सदस्य सुरक्षित हैं।


शांति बनाए रखने की अपील

मुख्यमंत्री ने नाराज़ लोगों को एक अस्थायी तंबू में बुलाकर शांति बनाए रखने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि बचाव कार्य जल्द ही पूरा होगा। हालांकि, कुछ लोग भावनाओं के कारण वहां बैठने से मना करते रहे, जिसके चलते उन्हें वहां से लौटना पड़ा।


उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा कि वह लोगों के गुस्से को समझते हैं। वे पिछले दो दिनों से अपने लापता रिश्तेदारों की खोज में हैं और उन्हें सटीक जानकारी की आवश्यकता है। यदि कोई जीवित नहीं है, तो कम से कम शवों की पहचान होनी चाहिए ताकि अंतिम संस्कार किया जा सके।


राहत कार्यों की जानकारी

मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी भी साझा की। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय प्रशासन सभी प्रमुख इकाइयों ने इस बचाव अभियान में भाग लिया है। जहां लोगों को बचाना संभव नहीं हो रहा है, वहां मलबे से शवों को निकालकर परिवारों को सौंपने का प्रयास किया जा रहा है।


दुर्घटना में मृतकों की संख्या लगभग 60 बताई गई है, जबकि 70 से 80 लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि यह संख्या कुछ उतार-चढ़ाव के साथ बदल सकती है, लेकिन यह 500 या 1,000 तक नहीं पहुंचेगी। उनका कहना था कि राहत अभियान अभी बचाव के चरण में है, और प्राथमिकता फंसे लोगों को निकालने की है, इसके बाद शवों की निकासी की जाएगी।


चिशौटी में मुख्यमंत्री की गतिविधियाँ

उमर अब्दुल्ला आज सुबह चिशौटी पहुंचे, जो किश्तवाड़ जिले में मचैल माता यात्रा मार्ग पर अंतिम मोटर-चालक गांव है। उन्होंने सेना, प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर वर्चुअल रियलिटी (VR) हेडसेट की मदद से प्रभावित क्षेत्र का डिजिटली सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही, उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनके दर्द और राहत सामग्री की मांग की जानकारी ली।