किसान और कृषि: देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़, भगवंत मान का बयान
किसानों के प्रति भाजपा की उपेक्षा पर भगवंत मान की प्रतिक्रिया
किसानों के प्रति भाजपा की उपेक्षा पर भगवंत मान की प्रतिक्रिया
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने किसानों और कृषि को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए कहा कि उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। मान ने कहा कि भाजपा की नीतियों ने उन किसानों की कठिनाइयों को और बढ़ा दिया है, जिन्होंने देश को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से किसानों के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा द्वारा किसानों पर किए जा रहे अत्याचार देश के राजनीतिक परिदृश्य में भगवा पार्टी के अंत की शुरुआत साबित होंगे। राजकोट में आयोजित किसान महापंचायत में मान ने कहा कि भाजपा की तानाशाही प्रवृत्ति अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
किसानों का भाजपा को जवाब देने का संकल्प
मान ने कहा कि मेहनतकश किसान अब भाजपा की तानाशाही को सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का किसान-विरोधी रवैया देश के हित में नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि किसानों के परिश्रम ने भारत को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया।
किसानों पर अत्याचार से देश की छवि को धक्का
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा द्वारा किसानों पर किए गए अत्याचारों ने पूरे देश को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 85 किसानों को गिरफ्तार किया, जिनके परिवारों को सम्मानित करने का प्रस्ताव था, लेकिन राज्य सरकार ने इसे अस्वीकार कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस संकट में किसानों के साथ खड़ी है।
भाजपा की किसान-विरोधी नीतियों का खुलासा
भगवंत सिंह मान ने बताया कि पंजाब ही एक ऐसा राज्य है जो राष्ट्रीय खाद्य पूल में 180 लाख मीट्रिक टन धान और 150 लाख मीट्रिक टन गेहूं का योगदान करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की किसान-विरोधी नीतियां स्पष्ट हैं, जैसे कि गुजरात सरकार ने असमय वर्षा से प्रभावित फसलों के लिए किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया। इसके विपरीत, पंजाब सरकार ने बाढ़ से प्रभावित फसलों के लिए एक महीने के भीतर मुआवजे के चेक वितरित किए।
