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किसानों की भीड़ ने रबी सीजन के लिए डीएपी की मांग की

बाढड़ा में रबी सीजन की फसल के लिए डीएपी की मांग को लेकर किसानों की भारी भीड़ सहकारी केंद्र पर जुटी। पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रित करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। किसानों ने खाद के लिए लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ा, जिससे उनकी परेशानियों में इजाफा हुआ। जानें इस मुद्दे पर पूरी जानकारी और किसानों की स्थिति के बारे में।
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किसानों की भीड़ ने रबी सीजन के लिए डीएपी की मांग की

किसानों की भारी भीड़ डीएपी के लिए सहकारी केंद्र पर


(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। रबी फसल की बुवाई से पहले ही डीएपी लेने के लिए किसानों की बड़ी संख्या सहकारी केंद्र पर पहुंच गई। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को तैनात किया गया। जैसे ही डीएपी की बिक्री शुरू हुई, किसानों में पहले पाने की होड़ मच गई। भीड़ को संभालने में सहकारी विभाग के अधिकारियों को कठिनाई का सामना करना पड़ा, जिसके बाद एक दर्जन पुलिसकर्मी और कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। दो घंटे की मेहनत के बाद किसानों को लाइन में लगाकर खाद का वितरण किया गया।


पुलिस ने किसानों को टोकन और खाद वितरण में मदद की

सहकारिता विभाग के खाद वितरण केंद्र पर शुक्रवार को डीएपी की आपूर्ति होने की सूचना मिलते ही क्षेत्र के किसान वहां पहुंच गए। किसानों ने पहले खाद का टोकन लेने के लिए धक्का-मुक्की शुरू कर दी। सहकारी केंद्र पर केवल 1000 बैग डीएपी उपलब्ध थे, जिससे स्थिति बिगड़ गई। किसान एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रहे थे और अधिकारियों से जल्दी खाद देने की मांग कर रहे थे। बिक्री अधिकारियों ने तुरंत पुलिस और कृषि विभाग को सूचित किया, जिसके बाद कृषि अधिकारी और पुलिस टीम ने स्थिति को नियंत्रित किया।


किसानों को खाद के लिए लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ता है

किसानों ने बताया कि उपमंडल क्षेत्र में लंबे समय से डीएपी और यूरिया की आपूर्ति कम हो रही है, जिससे रबी फसल की बुवाई और मौजूदा कपास की सिंचाई में कठिनाई हो रही है। उन्हें अक्सर दिन और रात लाइनों में खड़ा होना पड़ता है। निजी दुकानों से खाद खरीदने पर भी अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। वर्तमान में कपास की सिंचाई और बुवाई के लिए डीएपी की सख्त जरूरत है, लेकिन सहकारी केंद्रों और निजी दुकानों पर खाद की आपूर्ति बहुत कम है। सहकारी समिति के प्रबंधक जयबीर श्यामकलां ने बताया कि सप्ताह में चौथी बार 2000 बैग यूरिया और 1000 बैग डीएपी की आपूर्ति की गई है।