किसानों के लिए वरदान: भिंडी तोड़ने वाली मशीन की कीमत केवल ₹325

भिंडी तोड़ने के लिए नई तकनीक
किसानों के लिए एक नई आशा: ओकरा हार्वेस्टर मशीन ओकरा हार्वेस्टर मशीन अब किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गई है। यह मशीन, जिसे डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, समस्तीपुर द्वारा विकसित किया गया है, विशेष रूप से भिंडी तोड़ने के लिए डिज़ाइन की गई है। इसकी कीमत ₹325 है और यह टचलेस तकनीक पर आधारित है, जिससे भिंडी को बिना छुए तोड़ा जा सकता है।
किसान अक्सर भिंडी तोड़ते समय खुजली और कांटों के चुभने की समस्या का सामना करते हैं। यह मशीन इन समस्याओं को समाप्त कर देती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका उपयोग भिंडी की गुणवत्ता को बनाए रखने और उसकी शेल्फ लाइफ को बढ़ाने में मदद करता है।
टचलेस मशीन का कार्यप्रणाली
कैसे काम करती है यह मशीन? यह उपकरण हाथ से संचालित होता है, लेकिन इसकी तकनीक अत्याधुनिक है। टचलेस हार्वेस्टिंग के माध्यम से किसान को भिंडी को छूने की आवश्यकता नहीं होती। मशीन में लगे ब्लेड भिंडी को पौधे से काटते हैं और वह सीधे एक बॉक्स में गिर जाती है।
इससे तीन प्रमुख लाभ होते हैं: पहले, हाथों को कोई नुकसान नहीं होता। दूसरे, भिंडी की ताजगी बनी रहती है। तीसरे, पौधे को कोई क्षति नहीं पहुँचती, जिससे अगली फसल के लिए वह मजबूत बना रहता है।
कम कीमत में अधिक लाभ
सस्ती कीमत, बड़ा लाभ इस मशीन की सबसे बड़ी विशेषता इसकी सस्ती कीमत है। ₹325 में उपलब्ध यह उपकरण हर किसान के लिए सुलभ है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इससे एक घंटे में 13 से 15 किलो भिंडी तोड़ी जा सकती है।
इससे काम आसान हो जाता है, थकान कम होती है और भिंडी की गुणवत्ता में सुधार होता है। इससे किसानों को बाजार में बेहतर मूल्य मिल सकता है, और यह मशीन उनकी आमदनी बढ़ाने में सहायक साबित हो सकती है।