किसानों के लिए स्मार्ट सिंचाई गाइड डिवाइस का विकास

इंदौर के शोधार्थियों की नई तकनीक
इंदौर में स्थित श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (SGSITS) के शोधकर्ताओं ने एक अभिनव डिवाइस विकसित किया है, जो किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा। यह स्मार्ट उपकरण खेत की मिट्टी और फसल की आवश्यकताओं के अनुसार सिंचाई की सही मात्रा और समय का निर्धारण करेगा।यह डिवाइस जल संरक्षण और फसल उत्पादन में सुधार के उद्देश्य से बनाया गया है। इसमें सेंसर तकनीक का उपयोग किया गया है, जो मिट्टी की नमी का स्तर मापता है और फसल की जरूरत के अनुसार पानी देने की सलाह प्रदान करता है।
कैसे कार्य करता है यह डिवाइस? इसे खेत में स्थापित किया जाता है, जहां यह मिट्टी की नमी, तापमान और मौसम की स्थिति को वास्तविक समय में ट्रैक करता है। इसके बाद, यह डेटा एक मोबाइल ऐप या एलसीडी डिस्प्ले के माध्यम से किसान को उपलब्ध कराया जाता है, जिससे किसान जान सकता है कि किस खेत में, किस फसल के लिए और कब कितनी मात्रा में पानी देना है।
इस तकनीक के लाभों में शामिल हैं: जल की बचत, बिजली की खपत में कमी, फसल की गुणवत्ता में सुधार, और उत्पादन लागत में कमी। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह तकनीक छोटे और मध्यम किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगी, जिससे खेती को अधिक वैज्ञानिक और सटीक तरीके से किया जा सकेगा।
SGSITS की इस पहल की कृषि विशेषज्ञों ने भी सराहना की है और आशा व्यक्त की है कि यह डिवाइस भविष्य में कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।