केंद्र सरकार की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर अमित शाह की समीक्षा बैठक

अमित शाह की सुरक्षा समीक्षा बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की नीति 'जीरो टॉलरेंस' है, जो तब तक लागू रहेगी जब तक आतंकवाद का पूर्ण रूप से नाश नहीं हो जाता। यह बयान उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में दिया।
हाल की घटनाओं और विकास परियोजनाओं पर चर्चा
सूत्रों के अनुसार, अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में हाल की घटनाओं, सुरक्षा बलों के आतंकवाद विरोधी अभियानों और विकास परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। पिछली बार यह बैठक एक सितंबर को आयोजित की गई थी।
सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय पर जोर
गृह मंत्री ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसियों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और आतंकवादी तत्वों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई जारी रखनी चाहिए। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में विशेष रूप से पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति और केंद्र-शासित प्रदेश में चल रही विकास परियोजनाओं की समीक्षा की गई।
पीर पंजाल क्षेत्र की संवेदनशीलता
हाल के दिनों में पीर पंजाल क्षेत्र आतंकवादी गतिविधियों के लिए संवेदनशील बना हुआ है। बैठक में उपस्थित सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने गृह मंत्री को क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों की घुसपैठ और स्थानीय नेटवर्क के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों के बारे में जानकारी दी।