Newzfatafatlogo

केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी का बुजुर्ग महिला के प्रति विवादास्पद व्यवहार

केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी एक बार फिर विवादों में हैं, जब उन्होंने एक बुजुर्ग महिला को मदद देने से इनकार किया। महिला ने एक बैंक घोटाले में अपनी जमा राशि वापस दिलाने के लिए मंत्री से गुहार लगाई थी, लेकिन गोपी ने उन्हें मुख्यमंत्री से संपर्क करने की सलाह दी और सरेआम झिड़का। यह घटना केरल के थ्रिसूर जिले में हुई। गोपी का यह व्यवहार पहले भी आलोचना का कारण बन चुका है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और गोपी की प्रतिक्रिया।
 | 
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी का बुजुर्ग महिला के प्रति विवादास्पद व्यवहार

सुरेश गोपी का नया विवाद

थ्रिसूर: केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी एक बार फिर विवादों में हैं, इस बार एक बुजुर्ग महिला के प्रति उनके व्यवहार को लेकर। पहले भी मदद से इनकार करने पर आलोचना झेल चुके गोपी ने इस महिला को एक बैंक घोटाले में अपनी जमा राशि वापस दिलाने के लिए मुख्यमंत्री से संपर्क करने की सलाह दी और कहा, "ज्यादा बात मत करो।"


इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, यह घटना केरल के थ्रिसूर जिले के इरिंजालाकुडा की है। एक बुजुर्ग महिला 2023 में हुए सहकारी बैंक घोटाले में फंसी अपनी राशि वापस पाने के लिए मंत्री से मदद मांगने पहुंची थी।


मंत्री गोपी ने महिला से कहा, "चेची (दीदी), ज्यादा बात मत करो। अपने मुख्यमंत्री को बताओ कि ईडी ने वह रकम बैंक को लौटा दी है और जाकर ले आओ।" जब महिला ने मुख्यमंत्री से मिलने में मदद मांगी, तो गोपी ने कहा, "इसके बाद आप मेरी छाती पर चढ़ जाएंगी। क्या आपके मंत्री यहां नहीं रहते?" महिला के यह कहने पर कि 'आप भी मंत्री हैं', गोपी ने उत्तर दिया, "मैं देश का मंत्री हूं।"


यह पहली बार नहीं है जब सुरेश गोपी का बुजुर्गों के प्रति ऐसा व्यवहार सामने आया है। हाल ही में, 12 सितंबर को त्रिशूर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में, एक बुजुर्ग व्यक्ति ने घर दिलाने में मदद के लिए आवेदन देना चाहा था, लेकिन गोपी ने आवेदन लेने से इनकार कर दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी।


आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए गोपी ने कहा कि कुछ लोग उनकी 'अनजाने में हुई गलतियों' को राजनीतिक लाभ के लिए बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। उन्होंने वेलायुधन मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि माकपा कार्यकर्ताओं ने बुजुर्ग को घर देने का वादा किया है, लेकिन कुछ लोग उनकी 'अनजानी भूल' का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। अपने संसदीय क्षेत्र में जनता से बात करते हुए गोपी ने कहा, "उन्हें अपना राजनीतिक अभियान चलाने दीजिए, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि मेरे भीतर जो आग है, वह बुझाई नहीं जा सकती।"