केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता का निधन, जोधपुर में शोक की लहर

दाऊलाल वैष्णव का निधन
अश्विनी वैष्णव: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता, दाऊलाल वैष्णव, का निधन 8 जुलाई को जोधपुर के AIIMS में हुआ। उनकी उम्र 81 वर्ष थी और वे कुछ समय से बीमार थे। इलाज के दौरान सुबह 11:52 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। दाऊलाल वैष्णव का जन्म पाली जिले के जीवंद कलां गांव में हुआ था, लेकिन वे 1966 में जोधपुर में बस गए थे। वे एक इनकम टैक्स प्रैक्टिशनर थे और पूर्व विधायक कैलाश भंसाली के साथ कार्यरत थे। उनके निधन से जोधपुर और पाली में शोक की लहर फैल गई है। उनका अंतिम संस्कार आज जोधपुर में किया जाएगा।
स्वास्थ्य की स्थिति
लंबे समय से बीमार
दाऊलाल वैष्णव पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और AIIMS जोधपुर में उनका इलाज चल रहा था। उनकी स्थिति गंभीर थी और वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में उनका उपचार किया जा रहा था। सोमवार को उनकी हालत और बिगड़ गई, जिसके बाद अश्विनी वैष्णव दिल्ली से जोधपुर पहुंचे। मंगलवार सुबह 11:52 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। AIIMS ने एक प्रेस नोट में कहा, “यह अत्यंत दुख के साथ सूचित किया जाता है कि माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी के पिता श्री दाऊलाल वैष्णव जी (81 वर्ष) का आज 8 जुलाई 2025 को पूर्वाह्न 11:52 बजे AIIMS जोधपुर में निधन हो गया।
परिवार और अंतिम संस्कार
परिवार और अंतिम संस्कार
दाऊलाल वैष्णव अपने पीछे पत्नी सरस्वती वैष्णव और दो बेटों, अश्विनी वैष्णव और आनंद वैष्णव को छोड़ गए हैं। उनका अंतिम संस्कार आज जोधपुर में किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, अश्विनी वैष्णव दिल्ली से जोधपुर पहुंच चुके हैं और अपने पिता को अंतिम विदाई देंगे। जोधपुर और पाली में शोक की लहर है, और स्थानीय लोगों समेत कई नेताओं ने संवेदनाएं प्रकट की हैं।
समाज में शोक और श्रद्धांजलि
समाज में शोक और श्रद्धांजलि
दाऊलाल वैष्णव के निधन पर जोधपुर के सामाजिक संगठनों, नेताओं और आम लोगों ने दुख जताया है। उनका जीवन समाज सेवा और ईमानदारी की मिसाल रहा। उनके निधन को वैष्णव परिवार के साथ-साथ पूरे इलाके के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है।
अश्विनी वैष्णव का जोधपुर से गहरा रिश्ता
अश्विनी वैष्णव का जोधपुर से गहरा रिश्ता
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का जन्म 18 जुलाई 1970 को जोधपुर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट एंथनी कॉन्वेंट और महेश स्कूल से प्राप्त की। MBM इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया। 1994 में UPSC परीक्षा में 27वीं रैंक पाई और फिर प्रशासनिक सेवा से राजनीति में आए।