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केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना: खराब मौसम का असर

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना हुई है, जिसमें सात लोग सवार थे। प्रारंभिक जांच में खराब मौसम को हादसे का मुख्य कारण बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया है और राहत कार्य जारी हैं। जानें पूरी जानकारी इस घटना के बारे में।
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केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना: खराब मौसम का असर

केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना

केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में रविवार सुबह लगभग 5:20 बजे एक गंभीर घटना हुई, जब श्री केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी की ओर जा रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलीकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे, जिनमें पायलट भी शामिल था। यह हादसा उस समय हुआ जब चॉपर गौरिकुंड के ऊपर उड़ान भर रहा था।


रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यह दुर्घटना गौरिकुंड के जंगलों के ऊपर उस समय हुई जब क्षेत्र में घना कोहरा और खराब मौसम था, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई थी।


क्या खराब मौसम है हादसे का कारण?

हालांकि दुर्घटना के कारणों की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन प्रारंभिक जांच और सूत्रों के अनुसार खराब मौसम इस घटना का मुख्य कारण हो सकता है। जिस समय हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उस समय इलाके में दृश्यता बहुत कम थी और मौसम खराब था। गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) राजीव स्वरूप ने बताया कि दुर्घटना स्थल एक दुर्गम क्षेत्र में स्थित है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में कठिनाइयाँ आईं।


आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर

आर्यन एविएशन का था हेलीकॉप्टर

सूत्रों के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का था और यह गौरिकुंड और त्रिजुगी नारायण के बीच उड़ान भर रहा था, तभी यह केदारघाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई।


मुख्यमंत्री का बयान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, 'रुद्रप्रयाग जनपद में हेलीकॉप्टर दुर्घटना की दुखद सूचना प्राप्त हुई है। SDRF, स्थानीय प्रशासन और अन्य राहत दल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। यात्रियों की सलामती के लिए दुआ करता हूं।'

घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें मौके पर रवाना कर दी गईं। स्थानीय प्रशासन भी लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में सक्रिय है।