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केरल में प्रवासी मजदूर की हत्या: भीड़ हिंसा का शिकार

छत्तीसगढ़ का एक युवा प्रवासी मजदूर, रामनारायण बघेल, केरल में भीड़ हिंसा का शिकार हो गया। उसे बांग्लादेशी समझकर स्थानीय लोगों ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना ने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि रामनारायण के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कहा सरकार ने।
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केरल में प्रवासी मजदूर की हत्या: भीड़ हिंसा का शिकार

भीड़ हिंसा का शिकार हुआ छत्तीसगढ़ का युवा


नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ का एक युवा प्रवासी मजदूर, जो रोजगार की तलाश में केरल गया था, वहां भीड़ हिंसा का शिकार बन गया। 31 वर्षीय रामनारायण बघेल, जो शक्ति जिले का निवासी है, पलक्कड़ जिले में बांग्लादेशी नागरिक समझे जाने के कारण स्थानीय लोगों की भीड़ द्वारा बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला गया। यह घटना न केवल मानवता के लिए शर्मनाक है, बल्कि प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाती है।


चोरी के संदेह में भीड़ ने किया हमला

यह घटना 17 दिसंबर की शाम को हुई, जब वलयार पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अट्टापल्लम में कुछ स्थानीय लोगों ने रामनारायण को चोरी के संदेह में रोक लिया। उनकी पहचान और भाषा के बारे में सवाल किए गए। पुलिस के अनुसार, उनकी तलाशी में कोई चोरी का सामान नहीं मिला, फिर भी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया और स्थिति तेजी से बेकाबू हो गई।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गंभीर चोटों की पुष्टि

घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें हमले की भयावहता स्पष्ट दिखाई देती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रामनारायण के शरीर पर 80 से अधिक चोटों के निशान पाए गए हैं। डॉक्टरों ने सिर में गंभीर चोटें और शरीर के विभिन्न हिस्सों में गहरे घावों की पुष्टि की है। पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान उनके सीने से भी खून बह रहा था, जिससे उनकी स्थिति और बिगड़ गई।


वीडियो में बांग्लादेशी होने का आरोप

31 सेकंड के वायरल वीडियो में भीड़ बार-बार रामनारायण को बांग्लादेशी कहकर पुकारती है। वीडियो रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति उनसे उनकी भाषा और गांव के बारे में पूछता है, लेकिन जवाब देने से पहले ही लोग कहते हैं कि वह बांग्लादेशी है। रामनारायण अपनी बहन का जिक्र करते हैं, लेकिन उनकी बातों का मजाक उड़ाया जाता है और मारपीट जारी रहती है।


पांच आरोपी गिरफ्तार, कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं

केरल पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। अट्टापल्लम गांव के पांच आरोपियों मुरली, प्रसाद, अनु, बिपिन और आनंदन को 18 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि रामनारायण का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।


परिवार पर दुखों का पहाड़

रामनारायण अपने पीछे दो छोटे बेटे छोड़ गए हैं, जिनकी उम्र आठ और दस साल है। उनके चचेरे भाई शशिकांत बघेल ने बताया कि पूरा परिवार इस घटना से सदमे में है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की अपील की है ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।


सरकार की प्रतिक्रिया

छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि इस हत्या को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है और राज्य सरकार हर स्तर पर पीड़ित परिवार की मदद करने का प्रयास कर रही है।