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केरल में ब्रेन-ईटिंग अमीबा से बढ़ती चिंता: 6 मौतें हुईं

केरल में ब्रेन-ईटिंग अमीबा के कारण हाल ही में 6 मौतों की पुष्टि हुई है, जिससे राज्य में चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को गंदे पानी में नहाने से बचने की सलाह दी है। जानें इस खतरनाक सूक्ष्मजीव के लक्षण और इससे बचने के उपाय।
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केरल में ब्रेन-ईटिंग अमीबा से बढ़ती चिंता: 6 मौतें हुईं

केरल में जानलेवा संक्रमण का खतरा

केरल में एक अत्यंत दुर्लभ और जानलेवा संक्रमण ने लोगों में भय पैदा कर दिया है। हाल ही में 'ब्रेन-ईटिंग अमीबा' के कारण एक और मौत की पुष्टि हुई है, जिससे इस महीने में मरने वालों की संख्या 6 हो गई है। ताजा मामला मलप्पुरम जिले का है, जहां एक 24 वर्षीय युवक ने इस भयानक संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई।


यह 'दिमाग खाने वाला अमीबा' कोई काल्पनिक जीव नहीं है, बल्कि एक वास्तविक और खतरनाक सूक्ष्मजीव है। इसे वैज्ञानिक रूप से 'नेग्लेरिया फाउलेरी' के नाम से जाना जाता है। यह अमीबा आमतौर पर गंदे और रुके हुए पानी जैसे तालाबों, झीलों और पोखरों में पाया जाता है। जब कोई व्यक्ति ऐसे पानी में तैरता है या डुबकी लगाता है, तो यह नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाता है और सीधे दिमाग तक पहुंचता है। दिमाग में पहुंचकर यह ब्रेन टिशूज को नष्ट करना शुरू कर देता है, इसलिए इसे 'ब्रेन-ईटिंग' कहा जाता है।


इस संक्रमण के लक्षण तेजी से विकसित होते हैं और इनमें तेज बुखार, भयानक सिरदर्द, उल्टी, और दौरे शामिल हैं। यह संक्रमण लगभग हमेशा जानलेवा होता है, और इसकी मृत्यु दर 97% से अधिक है, क्योंकि इसका कोई प्रभावी इलाज नहीं है।


केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस मामले की पुष्टि करते हुए राज्य के निवासियों के लिए एक सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे किसी भी स्थिति में तालाबों या अन्य गंदे पानी में नहाने से बचें। हालांकि यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता, लेकिन इसकी गंभीरता को देखते हुए सावधानी बरतना आवश्यक है।