केरल हवाईअड्डे पर फंसे F-35B फाइटर जेट को हटाया गया

केरल हवाईअड्डे पर F-35B फाइटर जेट की स्थिति
केरल हवाईअड्डा समाचार: तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 14 जून से फंसे ब्रिटेन के अत्याधुनिक F-35B फाइटर जेट को आखिरकार रविवार को हटा दिया गया। यह विमान ब्रिटिश रॉयल नेवी का है, जिसने आपातकालीन स्थिति में लैंडिंग की थी। 23 दिनों तक रनवे के निकट खड़े इस विमान को अब मरम्मत के लिए एमआरओ (Maintenance Repair and Overhaul) सुविधा तक पहुंचाया जा रहा है। ब्रिटेन की रॉयल फोर्स के A400M एटलस विमान से विशेषज्ञों की एक तकनीकी टीम रविवार को केरल पहुंची।
इस टीम के पास विशेष उपकरण हैं, जिनकी मदद से विमान की मरम्मत और उसके सुरक्षित मूवमेंट की प्रक्रिया शुरू की गई है। ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने बताया, 'एक ब्रिटिश इंजीनियरिंग टीम तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर F-35B विमान की जांच और मरम्मत के लिए पहुंच चुकी है। हमने एमआरओ सुविधा में स्थान लेने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है और संबंधित भारतीय प्राधिकरणों के साथ व्यवस्था तय की जा रही है।' उन्होंने आगे कहा, 'मानक प्रक्रिया के अनुसार, विमान को UK इंजीनियरों की टीम के पहुंचने के बाद आवश्यक उपकरणों की मदद से स्थानांतरित किया जा रहा है।'
भारतीय प्राधिकरणों का सहयोग
भारत सरकार और एयरपोर्ट प्रशासन का धन्यवाद
ब्रिटिश पक्ष ने इस पूरे मामले में भारतीय प्राधिकरणों और एयरपोर्ट अधिकारियों के सहयोग के लिए आभार जताया है। F-35B लाइटनिंग जेट दुनिया के सबसे एडवांस्ड फाइटर विमानों में से एक है जिसकी कीमत 110 मिलियन डॉलर से अधिक है। यह एकमात्र 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट है जिसमें शॉर्ट टेक-ऑफ और वर्टिकल लैंडिंग की सुविधा है, जिससे यह छोटे एयरडेक, नौसेना के जहाजों और सीमित संसाधनों वाले बेस से भी संचालित किया जा सकता है.
समुद्री परिस्थितियों का प्रभाव
समुद्र की ऊंची लहरों के कारण नहीं लौट सका विमान
ब्रिटिश अधिकारियों के अनुसार, खराब समुद्री परिस्थितियों के कारण यह विमान अपने मूल कैरियर 'HMS Prince of Wales' पर वापस नहीं लौट सका। वर्तमान में इसे एयरपोर्ट पर छह सदस्यीय ब्रिटिश सुरक्षा टीम द्वारा सुरक्षित रखा गया है.