कोटा श्रीनिवास राव: साउथ सिनेमा के दिग्गज का सफर

कोटा श्रीनिवास राव: एक अद्वितीय अभिनेता
कोटा श्रीनिवास राव कौन थे?: साउथ फिल्म इंडस्ट्री को आज एक बड़ा झटका लगा है। साउथ की हर दूसरी-तिसरी फिल्म में नजर आने वाले कोटा श्रीनिवास राव का आज निधन हो गया है। उन्हें अक्सर नेगेटिव और ग्रे-शेड किरदारों में देखा गया है। उन्होंने भ्रष्टाचारी राजनेता, हीरोइन के पिता और हीरो के अच्छे चाचा जैसे कई किरदार निभाए हैं। उन्होंने लगभग सभी बड़े स्टार्स के साथ काम किया है। आइए जानते हैं कि कोटा श्रीनिवास राव कौन थे और उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कैसे कदम रखा।
एक बैंक कर्मचारी का अभिनय के प्रति प्रेम
कोटा श्रीनिवास राव का जन्म 10 जुलाई 1942 को आंध्र प्रदेश के कांकीपाडु गांव में हुआ था। वे पहले अपने पिता की तरह डॉक्टर बनना चाहते थे और इसके लिए कॉलेज में दाखिला लिया। कॉलेज के दिनों में उन्होंने नाटकों में अभिनय करना शुरू किया, जिससे उनका अभिनय के प्रति प्रेम बढ़ता गया। इसके चलते वे डॉक्टर नहीं बन पाए और ग्रेजुएशन के बाद स्टेट बैंक में कुछ साल काम किया, साथ ही थिएटर करते रहे।
38 साल की उम्र में अभिनय करियर की शुरुआत
38 साल की उम्र में कोटा श्रीनिवास राव ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। 1978 में आई तेलुगु फिल्म 'प्रणाम खरीदु' से उन्हें पहचान मिली। इसके बाद उनके पास फिल्मों के ऑफर आने लगे और उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1987 में उन्होंने बॉलीवुड में भी कदम रखा।
45 साल में 750 से अधिक फिल्में
अपने 45 साल के करियर में, श्रीनिवास राव ने तेलुगु, तमिल, हिंदी, कन्नड़ और मलयालम जैसी भाषाओं में 750 से अधिक फिल्मों में काम किया। उनकी कई हिट फिल्मों में 'हैलो ब्रदर', 'लिटिल सोल्जर्स', 'गोविंदा गोविंदा', 'मनी', 'अहा ना पेलंता', 'रेडी', 'आमे', 'रक्त चरित्र', 'पेलैना कोथालो', 'गयम', 'रेपाती पौरुलु' और 'तिघातन' शामिल हैं।