कोरोना वायरस का फिर से बढ़ता खतरा: क्या हैं ताज़ा आंकड़े?

कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि
देश में एक बार फिर कोरोना वायरस ने तेजी से फैलना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 4,302 तक पहुँच गई है, जबकि इस दौरान कोरोना से सात लोगों की मृत्यु भी हुई है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
राज्यों में कोविड-19 के नए मामले
हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में कोविड-19 के मामलों में तेजी आई है। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 63 और पश्चिम बंगाल में 60 नए मामले दर्ज किए गए हैं। मंगलवार को सक्रिय मामलों की संख्या 4,026 थी, जो अब बढ़कर 4,302 हो गई है।
राज्यों में सक्रिय मामलों की स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, विभिन्न राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या इस प्रकार है: केरल में 1,373, महाराष्ट्र में 510, गुजरात में 461, दिल्ली में 457, पश्चिम बंगाल में 432, कर्नाटक में 324, तमिलनाडु में 216 और उत्तर प्रदेश में 201 सक्रिय मामले हैं। राहत की बात यह है कि इसी अवधि में 3,281 मरीज कोरोना से ठीक भी हुए हैं, और अस्पताल में भर्ती होने की दर अभी भी कम है।
कर्नाटक में कोविड वार्ड का पुनः उद्घाटन
कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए कर्नाटक के कालाबुरागी में गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (GIMS) ने 25-बेड का कोविड वार्ड फिर से शुरू किया है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिवकुमार सी.आर. ने कहा, "हम पूरी तैयारी में हैं। इनमें पांच बेड ICU के लिए, पांच HDU, पांच प्रसव वाली महिलाओं के लिए और 10 सामान्य बेड शामिल हैं। ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है और टेस्टिंग लैब पूरी तरह से सक्रिय है।"
कोविड-19 टेस्टिंग और स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान
डॉ. शिवकुमार ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा टेस्टिंग किट लगातार भेजी जा रही हैं और कोविड की जांच के लिए सभी सैंपल्स की टेस्टिंग जारी है। कोरोना के नए मामलों को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने में जुटी हुई हैं।
सतर्कता का महत्व
हालांकि अस्पतालों में अभी भीड़ नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सतर्कता बरतना अत्यंत आवश्यक है। लोगों को मास्क पहनने, भीड़ से बचने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। यदि कोविड-19 के मामले इसी तरह बढ़ते रहे, तो सरकार को फिर से सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं।