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कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारत में पांच नई मौतें, सक्रिय केस 4,000 के पार

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिसके चलते पिछले 24 घंटों में पांच और लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 4,026 तक पहुंच गई है। विभिन्न राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या में वृद्धि हो रही है, विशेषकर केरल और महाराष्ट्र में। नए NB.1.8.1 सब-वेरिएंट के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। सरकार ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारत में पांच नई मौतें, सक्रिय केस 4,000 के पार

कोरोना वायरस का बढ़ता खतरा

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के चलते पिछले 24 घंटों में पांच और लोगों की जान चली गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, इन मृतकों में केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के मरीज शामिल हैं, जो पहले से ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित थे। वर्तमान में देश में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 4,026 तक पहुंच गई है.


राज्यों में सक्रिय मामलों का विवरण

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 393, गुजरात में 397, कर्नाटक में 311, केरल में 1,416, महाराष्ट्र में 494, उत्तर प्रदेश में 138, तमिलनाडु में 215 और पश्चिम बंगाल में 372 सक्रिय मामले हैं। केरल में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई, जो गंभीर निमोनिया और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा था। इसी तरह, तमिलनाडु में 69 वर्षीय महिला, जो मधुमेह और पार्किंसंस रोग से पीड़ित थी, कोविड के कारण निधन हो गई।


महाराष्ट्र में कोविड का प्रभाव

महाराष्ट्र में कोविड से दो और मौतें हुई हैं, जिनमें से दोनों मरीज पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे। इस वर्ष राज्य में कोविड से मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। सोमवार को राज्य में 59 नए मामले सामने आए, जिनमें से 20 मुंबई के हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र में सक्रिय कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या 873 है, जिनमें से 483 अकेले मुंबई में हैं।


नए वेरिएंट का प्रभाव

कोरोना वायरस के नए मामलों की वृद्धि का मुख्य कारण NB.1.8.1 सब-वेरिएंट है, जो ओमिक्रॉन वेरिएंट का हिस्सा है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, यह नया स्ट्रेन तेजी से फैलता है और आमतौर पर हल्की बीमारी का कारण बनता है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान, सिरदर्द, और भूख न लगना शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वेरिएंट मौसमी फ्लू की तरह है, लेकिन संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतना आवश्यक है।


सावधानी बरतने की आवश्यकता

सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार संक्रमण की निगरानी कर रहे हैं और लोगों से मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहे हैं। कोरोना के नए वेरिएंट के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।