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कोलकाता कॉलेज में सुरक्षा गार्ड की गिरफ्तारी: घटना की पूरी जानकारी

कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी की गिरफ्तारी ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना में अन्य तीन छात्रों का नाम भी शामिल है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ।
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कोलकाता कॉलेज में सुरक्षा गार्ड की गिरफ्तारी: घटना की पूरी जानकारी

पिनाकी बनर्जी का परिचय

पिनाकी बनर्जी, जिनकी उम्र 55 वर्ष है, एक कॉलेज के सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थे। उन्हें बुधवार को पुलिस ने चौथी बार गिरफ्तार किया, क्योंकि सुरक्षा कैमरों में उनकी उपस्थिति कॉलेज में दर्ज की गई थी। घटना के समय वह अपनी ड्यूटी पर थे, और पुलिस की पूछताछ में उनके उत्तर असंगत पाए गए, जिससे उनका नाम संदिग्धों की सूची में शामिल हो गया।


घटना का विवरण


यह घटना 25 जून की शाम को कोलकाता के कसबा क्षेत्र में स्थित लॉ कॉलेज के सुरक्षा गार्ड के कमरे में हुई। पीड़िता ने शिकायत की कि यह वारदात तब हुई जब उसे यूनियन की पोस्ट ऑफर की गई थी। प्रारंभिक आरोपों में तीन प्रमुख नाम शामिल हैं: मनोजित मिश्रा (पूर्व छात्र और स्टाफ सदस्य), और दो वर्तमान वरिष्ठ छात्र—ज़ैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय।


पिनाकी का संबंध


जांच में यह सामने आया कि आरोपियों ने पहले सुरक्षा गार्ड को कमरे से बाहर निकालकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस को संदेह है कि पिनाकी ने जानबूझकर रास्ता दिया या किसी अन्य तरीके से इस घटना में शामिल हो सकते हैं। इसलिए उनकी पूछताछ आवश्यक समझी जा रही है।


जांच और राजनीतिक प्रतिक्रिया


इस मामले ने कॉलेज परिसर में छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और राजनीतिक तनाव को भी बढ़ा दिया है, जहां TMC और BJP एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है और राज्य सरकार को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।


वर्तमान स्थिति


1. पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है—तीन छात्र और एक स्टाफ सदस्य, और अब सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी।
2. सभी आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और उन्हें अदालत में पेश किया जा रहा है।
3. जांच जारी है, जिसमें फोन रिकॉर्ड्स, सीसीटीवी फुटेज, और मेडिकल रिपोर्ट की जांच की जा रही है ताकि सभी संलिप्त व्यक्तियों की पहचान की जा सके।