कोलकाता में इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर विवाद

शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी का मामला
अग्निमित्रा पॉल की प्रतिक्रिया: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 22 वर्षीय इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर और लॉ की छात्रा शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा को एक विवादास्पद सांप्रदायिक वीडियो साझा करने के आरोप में शुक्रवार रात गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
इस वीडियो में 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में टिप्पणी की गई थी, जिसे पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला और विभिन्न समुदायों के बीच तनाव फैलाने वाला बताया। शनिवार को कोलकाता की एक अदालत ने उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
#WATCH | कोलकाता | शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा, "मैं बार काउंसिल और कंगना रनौत का धन्यवाद करता हूं (पनोली के समर्थन में)। हर भारतीय, हिंदू और राष्ट्रवादी मुसलमान को इस अन्याय के खिलाफ खड़ा होना चाहिए... हमने कई पोस्ट देखी हैं... pic.twitter.com/JjfifBG7fu
— News Media (@NewsMedia) जून 2, 2025
ममता सरकार पर अग्निमित्रा पॉल का आरोप:
भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने इस गिरफ्तारी को लेकर ममता बनर्जी की सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने इसे अन्याय बताते हुए कहा, "ममता सरकार का यह रवैया स्पष्ट है - यदि आप हिंदू या मुसलमान हैं और मुसलमानों के खिलाफ कुछ कहते हैं, तो कार्रवाई होगी, लेकिन इसके विपरीत कोई कार्रवाई नहीं होती।" पॉल ने आगे कहा, "पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को धर्मनिरपेक्षता के भ्रम से बाहर आना होगा। हमें एक तटस्थ सरकार की आवश्यकता है। पुलिस आज केवल धर्म देखती है। टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन एक युवा छात्रा को निशाना बनाया गया।"
बार काउंसिल का समर्थन:
बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने शर्मिष्ठा की तत्काल रिहाई और निष्पक्ष सुनवाई की मांग की। उन्होंने कहा, "यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। एक युवा छात्रा को बलि का बकरा बनाना और कठोर कार्रवाई करना अनुचित है, खासकर जब उसने माफी मांग ली और वीडियो हटा दिया।"
कंगना रनौत का समर्थन:
अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने भी शर्मिष्ठा के समर्थन में आवाज उठाई। उन्होंने कहा, "कानून-व्यवस्था के नाम पर किसी को प्रताड़ित करना गलत है। माफी मांगने और पोस्ट हटाने के बावजूद जेल भेजना एक युवा महिला के करियर और चरित्र पर सवाल उठाता है। पश्चिम बंगाल सरकार को उत्तर कोरिया जैसा रवैया छोड़ना चाहिए।"