कोलकाता में छात्रा के साथ गैंगरेप: पुलिस ने पीड़िता की पहचान उजागर करने पर दी चेतावनी

कोलकाता में गैंगरेप की घटना पर आक्रोश
कोलकाता - कोलकाता के लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की घटना ने लोगों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। पश्चिम बंगाल की राजधानी में इस घटना का असर सड़कों पर भी देखा जा रहा है। इस बीच, इस मामले पर राजनीतिक गतिविधियाँ भी तेज हो गई हैं। कोलकाता पुलिस ने पीड़िता की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।
पुलिस की चेतावनी
कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति पीड़िता की पहचान उजागर करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "कुछ लोग गोपनीय दस्तावेजों के माध्यम से या अन्य तरीकों से पीड़िता की पहचान का खुलासा करने का प्रयास कर रहे हैं। यह कानून का गंभीर उल्लंघन है। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनता से अनुरोध है कि वे ऐसी कोई जानकारी साझा न करें जिससे पीड़िता की पहचान उजागर हो सके। पीड़िता की गरिमा और गोपनीयता का सम्मान करना एक कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी है।"
गैंगरेप के आरोप और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
कोलकाता के लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने तीन छात्रों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है, जिसमें से एक मुख्य आरोपी पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी की छात्र इकाई का सदस्य बताया जा रहा है। कोलकाता पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों और कॉलेज में तैनात सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों मोनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित की पुलिस रिमांड मंगलवार को समाप्त हो रही है। इस मामले पर भाजपा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्हें महिलाओं की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक पोस्ट में लिखा, "प्रियंका और राहुल गांधी को महिलाओं की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है। उनके लिए 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' एक खोखला नारा है।"