कोलकाता में छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार: तीन आरोपी गिरफ्तार

मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि
कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की एक प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटना की पुष्टि मेडिकल जांच में हो गई है। जांच में पीड़िता के शरीर पर जबरन यौन संबंध, दांतों के निशान और नाखूनों से खरोंच के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं।
मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा सहित तीन की गिरफ्तारी
यह घटना 25 जून को कॉलेज परिसर में हुई, जब छात्रा ने आरोप लगाया कि एक पूर्व छात्र और दो वरिष्ठ छात्रों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा समेत तीनों को गुरुवार को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मोनोजीत मिश्रा, जो एक आपराधिक मामलों का वकील है, ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। अन्य दो युवक बाहर निगरानी में खड़े थे। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर पुलिस का कहना है कि पीड़िता के बयान और घटनास्थल के विवरणों से आरोप पूरी तरह पुष्ट हुए हैं।
सामूहिक बलात्कार में सहायक भी दोषी
मुख्य सरकारी अभियोजक सोरिन घोषाल ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय की व्याख्या के अनुसार, सामूहिक दुष्कर्म के मामलों में यदि कोई व्यक्ति प्रत्यक्ष रूप से बलात्कार नहीं करता, लेकिन उसमें सहायता करता है, तो वह भी समान रूप से दोषी होता है। इस आधार पर अन्य दोनों आरोपियों को भी मामले में शामिल माना गया है।
राजनीतिक हलचल
इस मामले के सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच इस मुद्दे को लेकर तीखी बयानबाजी हो रही है।
राज्य मंत्री शशि पांजा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं और जांच लगातार जारी है।