कोलकाता लॉ कॉलेज में गैंगरेप का मामला: तीन आरोपी गिरफ्तार

कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस: दक्षिण कोलकाता का साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज 25 जून 2025 को एक गंभीर घटना के कारण चर्चा में है। एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ परिसर में कथित गैंगरेप ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों—मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी—को गिरफ्तार किया है। आइए, जानते हैं इन तीनों के बारे में और इस मामले में अब तक की कार्रवाई के बारे में।
मनोजीत मिश्रा, 31 वर्ष, साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र है और तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) का दक्षिण कोलकाता जिला महासचिव है। वह एक मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार से है और कॉलेज में छात्र राजनीति का एक प्रमुख चेहरा रहा है। मनोजीत कॉलेज यूनियन का पूर्व अध्यक्ष भी रह चुका है। सूत्रों के अनुसार, वह कॉलेज में 'पावर सेंटर' के रूप में जाना जाता था और अक्सर विवादों में दबाव बनाने के लिए धमकियों का सहारा लेता था। पढ़ाई पूरी करने के बाद भी वह नियमित रूप से कॉलेज आता था और छात्रों पर अपना प्रभाव बनाए रखता था। उसे 26 जून को शाम 7:20 बजे तालबगान क्रॉसिंग के पास गिरफ्तार किया गया। उसका मोबाइल फोन जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
जैब अहमद: सह-आरोपी
19 वर्षीय जैब अहमद साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में पहले वर्ष का छात्र है। वह टॉपसिया का निवासी है और एक साधारण परिवार से आता है। उसने 2024-25 सत्र में कॉलेज में दाखिला लिया और धीरे-धीरे यूनियन गतिविधियों में शामिल होने लगा। सहपाठियों के अनुसार, वह शांत स्वभाव का है और आसानी से प्रभावित हो जाता है। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। मनोजीत मिश्रा के साथ उसकी नजदीकी यूनियन गतिविधियों के दौरान बनी। जैब को 26 जून को शाम 7:35 बजे तालबगान क्रॉसिंग से गिरफ्तार किया गया। उसका मोबाइल भी जब्त किया गया है।
प्रमित मुखर्जी: सह-आरोपी
20 वर्षीय प्रमित मुखर्जी, जिसे प्रमित मुखोपाध्याय भी कहा जाता है, कॉलेज में दूसरे वर्ष का छात्र है। वह स्थानीय निवासी है और निम्न-मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार से आता है। प्रमित कॉलेज में राजनीति में सक्रिय नहीं था, लेकिन कुछ छात्रों के समूह से उसकी नजदीकी थी। दोस्त उसे शांत और औसत छात्र बताते हैं। उसका भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। हाल ही में उसे मनोजीत और जैब के साथ अक्सर देखा गया था। पुलिस यह जांच कर रही है कि उसका इस मामले में सक्रिय रोल था या वह दबाव में शामिल हुआ। उसे 27 जून को रात 12:30 बजे उसके घर से हिरासत में लिया गया। उसका मोबाइल भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पीड़िता के अनुसार, 25 जून को वह दोपहर 12 बजे परीक्षा फॉर्म भरने कॉलेज आई थी। शाम 7:30 से 10:50 बजे के बीच उसे यूनियन रूम से गार्ड रूम में ले जाया गया, जहां गैंगरेप हुआ। पीड़िता ने बताया कि मनोजीत ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया था, जिसे उसने ठुकरा दिया। इसके बाद मनोजीत ने उसे धमकाया, उसके प्रेमी और परिवार को नुकसान पहुंचाने की बात कही। उसने आरोपियों के पैर पकड़े, लेकिन उसे नहीं छोड़ा गया। वीडियो रिकॉर्डिंग कर उसे ब्लैकमेल किया गया और हॉकी स्टिक से मारने की कोशिश की गई। मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है।