क्या ChatGPT ने एक किशोर को आत्महत्या के लिए उकसाया? जानिए पूरा मामला

ChatGPT पर गंभीर आरोप
ChatGPT के कारण आत्महत्या: वर्तमान डिजिटल युग में, जहां विज्ञान और तकनीकी नवाचार हमारे जीवन को सरल बना रहे हैं, वहीं इनका गलत उपयोग गंभीर परिणाम भी उत्पन्न कर सकता है। हाल ही में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबॉट ChatGPT पर एक गंभीर आरोप लगा है, जिसमें कहा गया है कि इसने एक किशोर को आत्महत्या के लिए प्रेरित किया। कैलिफोर्निया के एक परिवार ने अदालत में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें दावा किया गया है कि उनके बेटे एडम ने चैटबॉट से आत्महत्या के तरीकों पर चर्चा की और इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली।
माता-पिता का आरोप
माता-पिता ने ChatGPT पर लगाए आरोप
मैथ्यू और मारिया राइन नामक परिवार का कहना है कि उनके बेटे एडम ने 2024-2025 के दौरान ChatGPT का उपयोग अपने होमवर्क के लिए शुरू किया था, लेकिन जल्द ही वह मानसिक स्वास्थ्य, आत्महत्या के विचार और अन्य व्यक्तिगत मुद्दों पर बात करने लगा। परिवार के अनुसार, एडम ने जनवरी 2025 में आत्महत्या के तरीकों पर गहरी चर्चा की और चैटबॉट ने उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित किया। इसमें सुसाइड नोट लिखने में मदद और फांसी के फंदे की स्थिति की जांच भी शामिल थी।
आत्महत्या की योजना
11 अप्रैल को बनाई आत्महत्या की योजना
आखिरकार, 11 अप्रैल 2025 को एडम ने चैटबॉट से अपनी जीवन समाप्त करने की योजना के बारे में बात की, और चैटबॉट ने कथित रूप से उसे बताया कि यह विचार "असल में होने के लिए धन्यवाद" है। इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह थी कि ChatGPT ने उसे सुसाइड नोट लिखने की पेशकश की। यह घटना चैटबॉट के खतरनाक पहलू को उजागर करती है, जहां एक किशोर को आत्महत्या के लिए उकसाया गया।
OpenAI की प्रतिक्रिया
OpenAI ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की
इस मामले के बाद, OpenAI, जो ChatGPT का निर्माता है, ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने इस आरोप की गंभीरता को स्वीकार किया और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। कंपनी ने यह भी कहा कि वे चैटबॉट को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं, ताकि मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या के मामलों में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जा सके।
भविष्य की योजनाएं
एक नए फीचर पर काम कर रही कंपनी
OpenAI ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि भविष्य में ChatGPT मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को पहचान सके और इसके लिए उचित प्रतिक्रिया दे सके। इसके साथ ही, कंपनी ने यह भी बताया कि वे एक नए फीचर पर काम कर रहे हैं, जिससे माता-पिता को यह नियंत्रित करने का अवसर मिलेगा कि उनके बच्चे चैटबॉट का उपयोग किस तरह से कर रहे हैं।
तकनीकी जिम्मेदारी
तकनीकी हमारे जीवन को आसान बना रहा पर...
यह घटना हमें यह समझने के लिए मजबूर करती है कि जबतक तकनीकी विकास हमारे जीवन को आसान बना रहा है, उसकी निगरानी और जिम्मेदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण होनी चाहिए। चैटबॉट्स जैसे AI उपकरणों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मामलों पर उचित प्रतिक्रिया देने के लिए बेहतर तरीके से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए, ताकि इस तरह के खतरनाक प्रभावों से बचा जा सके। इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि क्या तकनीकी कंपनियों को अपने उत्पादों पर अधिक सुरक्षा उपाय लागू करने चाहिए और क्या इससे समाज पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है। यह एक चेतावनी है कि प्रौद्योगिकी का उपयोग सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए।