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क्या अमेरिका भारत में जीमेल को बैन कर सकता है? जानें सचाई

हाल ही में पटना के खान सर ने एक वीडियो में दावा किया कि अमेरिका भारत में जीमेल को बंद करवा सकता है, जिससे यूपीआई सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। इस पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। जानें क्या वास्तव में जीमेल के बंद होने से यूपीआई पर कोई असर पड़ेगा। यूपीआई एक स्वतंत्र प्रणाली है जो आपके बैंक खाते से जुड़ी होती है, न कि ईमेल से। इस लेख में हम इस मुद्दे की गहराई में जाएंगे और जानेंगे कि क्या खान सर का दावा सही है।
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क्या अमेरिका भारत में जीमेल को बैन कर सकता है? जानें सचाई

भारत और अमेरिका के रिश्तों में तनाव

हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में खटास आई है। इस बीच, पटना के खान सर ने एक वीडियो में यह दावा किया है कि क्या अमेरिका भारत में जीमेल को बंद करने की योजना बना रहा है। इस बयान ने देश में एक नई बहस को जन्म दिया है। क्या वास्तव में जीमेल के बंद होने से यूपीआई ट्रांजैक्शन प्रभावित होंगे? इस पर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है।


खान सर के वायरल वीडियो में उन्होंने कहा कि अमेरिका गूगल को निर्देश देकर भारत में जीमेल को बंद करवा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो भारत में मोबाइल सेवाएं ठप हो सकती हैं और कई डिजिटल सेवाओं का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।


क्या जीमेल बंद होने से यूपीआई प्रभावित होगा?

यूपीआई (Unified Payments Interface) एक स्वतंत्र प्रणाली है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा संचालित किया जाता है। यह आपके बैंक खाते से जुड़ा होता है, न कि आपके ईमेल खाते से। यूपीआई का उपयोग करने के लिए आपको एक स्मार्टफोन और बैंक खाता चाहिए।


हालांकि, कुछ ऐप्स जैसे गूगल पे में जीमेल अकाउंट का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन यदि जीमेल बंद भी हो जाता है, तो आपकी यूपीआई सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी। इसका मतलब है कि जीमेल के बंद होने पर भी आपका यूपीआई कार्यशील रहेगा।


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