क्या ताइवान की अर्थव्यवस्था पर अमेरिका के सेमीकंडक्टर टैरिफ का खतरा मंडरा रहा है?

अमेरिका के टैरिफ से ताइवान की अर्थव्यवस्था पर संकट
संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा सेमीकंडक्टर उत्पादों पर टैरिफ लगाने की योजना ताइवान की आर्थिक स्थिति के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। यह चेतावनी ताइवान के चुंग-हुआ इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक रिसर्च (CIER) ने दी है, जिसमें द्वीप की तकनीकी निर्भरता और अमेरिकी व्यापार नीतियों में संभावित परिवर्तनों के प्रति संवेदनशीलता को उजागर किया गया है।
सेमीकंडक्टर का ताइवान की अर्थव्यवस्था में महत्व
रिपोर्टों के अनुसार, ताइवान के अमेरिका को निर्यात में सेमीकंडक्टर और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) उत्पादों का हिस्सा 70% से अधिक है। इस क्षेत्र पर निर्भरता ताइवान को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में मजबूत बनाती है, लेकिन इसे भू-राजनीतिक जोखिमों के प्रति भी संवेदनशील बनाती है। CIER के अध्यक्ष लिएन सीन-मिंग ने कहा, "ताइवान की औद्योगिक वृद्धि और आर्थिक स्थिरता अन्य देशों की तुलना में सेमीकंडक्टर उद्योग पर अधिक निर्भर है।"
अमेरिका के साथ व्यापार तनाव में वृद्धि
2024 में ताइवान ने अमेरिका के साथ 73.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार अधिशेष दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के 47.8 बिलियन डॉलर से काफी अधिक है। इस वृद्धि का मुख्य कारण एआई तकनीक में तेजी और सर्वर-चिप्स की बढ़ती मांग है। हालांकि, यदि अमेरिका सेमीकंडक्टर पर विशेष टैरिफ लागू करता है, तो यह अधिशेष तेजी से घट सकता है, जिससे ताइवान की अर्थव्यवस्था और निवेश माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ताइवान में टैरिफ को लेकर चिंता
राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने इस संभावित टैरिफ को "अस्थायी" बताते हुए अमेरिका से कम दर पर पुनः वार्ता का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अमेरिकी अधिकारियों के साथ सीधे संवाद के माध्यम से सुलझाया जाएगा। CIER के उपाध्यक्ष चेन शिन-होर्ंग का मानना है कि यदि अमेरिका व्यापार विस्तार अधिनियम की धारा 232 का उपयोग करता है, तो यह कदम सामान्य टैरिफ की तुलना में कहीं अधिक कठोर हो सकता है।
TSMC की निवेश योजनाएं संकट में
ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC), जो अमेरिका के एरिज़ोना में लगभग 65 अरब डॉलर का निवेश कर रही है, ने चेतावनी दी है कि टैरिफ लागू होने पर उनकी भविष्य की निवेश योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं। कंपनी ने मई में अमेरिकी वाणिज्य विभाग को पत्र लिखकर कहा था कि इस प्रकार का प्रतिबंध अमेरिका की तकनीकी नेतृत्व की स्थिति को कमजोर कर सकता है।