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क्या दिल्ली में कार धमाके के बाद शुरू होगा ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2?

दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार धमाके ने देश को हिला कर रख दिया है। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है और सवाल उठने लगे हैं कि क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' का दूसरा चरण शुरू होगा। खुफिया जानकारी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियां बढ़ रही हैं, और अगर जांच में उनका हाथ साबित होता है, तो भारत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर कड़ा संदेश दिया है कि साजिश के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
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क्या दिल्ली में कार धमाके के बाद शुरू होगा ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2?

दिल्ली में कार धमाका: सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता

नई दिल्ली: लाल किले के निकट हुए कार धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस घटना के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का दूसरा चरण शुरू होने वाला है। धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में जांच को तेज कर दिया है। क्या भारत एक बार फिर पाकिस्तान को अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों और हथियारों से जवाब देने की तैयारी कर रहा है?


आतंकी हमले की जांच में जुटी सरकार

सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार इस धमाके की जांच आतंकवादी हमले के दृष्टिकोण से कर रही है। गृह मंत्री ने कहा है कि जब तक एजेंसियां किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचतीं, तब तक कुछ कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को मिले संकेत यह दर्शाते हैं कि यह एक पूर्व-निर्धारित हमला था।


लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों में वृद्धि

खुफिया जानकारी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा के नए मॉड्यूल की गतिविधियां हाल ही में बढ़ी हैं। एक वीडियो में लश्कर के कमांडर ने कहा कि ‘हाफिज सईद’ सक्रिय है और संगठन बांग्लादेश के माध्यम से भारत में घुसपैठ की योजना बना रहा है। एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली है कि लश्कर ने बांग्लादेश में अपना लॉजिस्टिक नेटवर्क स्थापित करना शुरू कर दिया है, जिससे असम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में अपनी स्थिति मजबूत की जा सके। इस ऑपरेशन में आईएसआई का समर्थन भी सामने आया है।


क्या यह हमला 'एक्ट ऑफ वॉर' माना जाएगा?

अगर जांच में लश्कर या जैश-ए-मोहम्मद का हाथ साबित होता है, तो क्या भारत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एक और जवाबी कार्रवाई करेगा? सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि देश में होने वाला कोई भी आतंकी हमला अब ‘एक्ट ऑफ वॉर’ माना जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैश और लश्कर के कई कैंप पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्थानांतरित किए गए थे, जो भारत की सीमा से लगभग 350 किलोमीटर दूर हैं। वायुसेना प्रमुख ने हाल ही में कहा था कि कोई भी आतंकी कैंप हमारी रेंज से बाहर नहीं है।


प्रधानमंत्री का कड़ा संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भूटान दौरे के दौरान इस घटना पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हमारी एजेंसियां इस षड्यंत्र की जड़ तक जाएंगी। फिलहाल, एनआईए की टीमें दिल्ली, फरीदाबाद और हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में जांच कर रही हैं। 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है। लाल किले के पास धमाके में प्रयुक्त कार फरीदाबाद के सेक्टर 37 के सेकेंड हैंड डीलर से खरीदी गई थी। इस गाड़ी के मालिक कई बार बदले गए हैं और अब आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।