Newzfatafatlogo

क्या पहलगाम हमले के पीछे सुरक्षा चूक है? कांग्रेस ने उठाए गंभीर सवाल

लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार की सुरक्षा नीति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि आतंकवादी बैसरन जैसे सुरक्षित इलाके में कैसे पहुंचे और सरकार ने अब तक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पर कार्रवाई क्यों नहीं की। गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब हमला हुआ, तब वे विदेश में थे। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
 | 
क्या पहलगाम हमले के पीछे सुरक्षा चूक है? कांग्रेस ने उठाए गंभीर सवाल

लोकसभा में पहलगाम हमले पर चर्चा

जब लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और भारतीय सेना द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा शुरू हुई, तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस अभियान की सफलता का जिक्र किया। वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने इस पर तीखा प्रतिवाद किया। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर आतंकवादी बैसरन जैसे सुरक्षित इलाके में कैसे पहुंच गए?


सुरक्षा में चूक पर उठाए सवाल

गोगोई ने कहा कि राजनाथ सिंह ने कई जानकारियाँ साझा कीं, लेकिन यह नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकियों की घुसपैठ कैसे हुई। उनका कहना था कि यह गंभीर मुद्दा है कि पांच आतंकवादी इतनी आसानी से घुसकर 26 निर्दोष लोगों को निशाना बना सके। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हमले के असली उद्देश्य को लेकर गंभीर नहीं है।


POK पर सरकार की नीति पर सवाल

गौरव गोगोई ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुद्दे पर भी सरकार की नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि जब देश बार-बार कहता है कि हम घुसकर मारते हैं, तो फिर आज तक पीओके क्यों नहीं लिया गया? उन्होंने इसे राष्ट्रहित से जुड़ा मुद्दा बताया और सरकार से स्पष्ट और निर्णायक रुख अपनाने की मांग की।


सरकार से सवाल पूछना देशविरोध नहीं

कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्ष का काम सवाल पूछना है, और यह देशहित में किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा को लेकर चिंता जताने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि 100 दिन बीत जाने के बावजूद आतंकियों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जा सका है, जो सरकार की विफलता को दर्शाता है।


पीएम मोदी का पहलगाम दौरा

गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब हमला हुआ, तब वे विदेश दौरे पर थे। हमले की जानकारी मिलने पर उन्होंने भारत लौटने का निर्णय लिया, लेकिन पहलगाम जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बजाय बिहार चले गए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि पाकिस्तान को चीन से कितना समर्थन मिल रहा है और भारत सरकार इसके बारे में क्या कर रही है?