Newzfatafatlogo

क्या बिहार में मिलेगी हर परिवार को 100 यूनिट मुफ्त बिजली? सरकार ने किया खंडन

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 100 यूनिट मुफ्त बिजली के दावे को बिहार सरकार ने खारिज कर दिया है। वित्त विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई योजना स्वीकृत नहीं की गई है। इस खबर के फैलने के बाद सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे केवल सत्यापित जानकारी साझा करें। जानें इस मामले में और क्या कहा गया है और चुनावी माहौल में यह खबर कैसे फैली।
 | 
क्या बिहार में मिलेगी हर परिवार को 100 यूनिट मुफ्त बिजली? सरकार ने किया खंडन

बिहार में मुफ्त बिजली का दावा

Bihar free electricity: बिहार विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच, सोशल मीडिया पर एक रिपोर्ट तेजी से फैल रही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नीतीश कुमार की सरकार हर महीने 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की योजना बना रही है। यह दावा राजनीतिक और आम जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है।


सरकार का स्पष्टीकरण

हालांकि, बिहार सरकार के वित्त विभाग ने इस वायरल रिपोर्ट को गलत और भ्रामक बताया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई योजना सरकार द्वारा स्वीकृत नहीं की गई है और न ही इस पर कोई निर्णय लिया गया है। वित्त विभाग ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे केवल सत्यापित जानकारी साझा करें।


वित्त विभाग की चेतावनी


सोशल मीडिया पर फर्जी खबर का प्रसार

सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से फैल गया कि नीतीश कुमार की सरकार चुनाव से पहले हर परिवार को 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने वाली है। कई यूजर्स ने बिना किसी जांच के इस खबर को साझा किया, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि, सरकार के स्पष्टीकरण के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई है।


सरकार की अपील

वित्त विभाग ने मीडिया और आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह की अपुष्ट और भ्रामक खबरों को फैलाने से बचें। विभाग ने जोर दिया कि केवल प्रमाणित और तथ्यात्मक जानकारी ही जनता तक पहुंचनी चाहिए ताकि चुनावी माहौल में कोई गलत संदेश न जाए।


बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी

बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कुल 243 सीटों पर एनडीए और विपक्षी गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। वर्तमान में राज्य में भाजपा, जेडीयू, हम और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) की सरकार है, जबकि विपक्ष में आरजेडी, कांग्रेस और सीपीआई (एमएल) जैसे दल शामिल हैं। तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष के रूप में सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में चुनावी मौसम में इस तरह की फर्जी खबरें राजनीतिक रूप से जनता को गुमराह कर सकती हैं।