क्या बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर हुआ वोट चोरी? राहुल गांधी ने उठाए गंभीर सवाल

राहुल गांधी का गंभीर आरोप
राष्ट्रीय समाचार: राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर कांग्रेस के वोटों में धांधली की गई। उनका कहना है कि बीजेपी की जीत असली वोटों की बजाय नकली वोटों के कारण हुई। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई और चुनाव आयोग ने इस पर ध्यान नहीं दिया। राहुल ने बताया कि कांग्रेस केवल 2.58% वोट से हार गई, जो कि डुप्लीकेट वोटों के चलते हुआ। इस बयान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। आयोग ने कहा कि यदि ऐसे गंभीर आरोप हैं, तो उन्हें शपथपत्र के माध्यम से प्रस्तुत किया जाना चाहिए। राहुल गांधी ने इस पर कहा, “जो मैं जनता से कहता हूं, वही मेरा वचन है। इसे मेरी कसम मानिए।” अब यह मामला चुनाव आयोग और विपक्ष के बीच एक टकराव का रूप ले चुका है, जो भविष्य में और भी गर्म हो सकता है।
पीसी मोहन का राजनीतिक सफर
बार-बार जीतते आए हैं मोहन: पीसी मोहन इस सीट से चौथी बार सांसद बने हैं। 2008 में सीट बनने के बाद से वह यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने 2009 को छोड़कर हर बार बड़ी जीत हासिल की है। 2024 में भी उन्होंने कांग्रेस के मंसूर अली खान को हराया। उनके पक्ष में ओबीसी वोट बैंक हमेशा मजबूत रहा है। बीजेपी के लिए यह सीट अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
पीसी मोहन की पृष्ठभूमि
पीसी मोहन की सियासी पृष्ठभूमि: 62 वर्षीय पीसी मोहन बेंगलुरु के मूल निवासी हैं। वह बीजेपी के ओबीसी सेल के प्रमुख नेताओं में से एक माने जाते हैं। उन्होंने दो बार विधानसभा और चार बार लोकसभा का चुनाव जीता है। चिकपेट से वह विधायक रह चुके हैं और बेंगलुरु में मेट्रो के विस्तार का श्रेय उन्हें दिया जाता है। उन्हें एक जमीनी नेता के रूप में जाना जाता है।
चुनाव में 'वोट चोरी' का मुद्दा
‘वोट चोरी’ बना चुनावी मुद्दा: राहुल गांधी ने केवल एक सीट पर नहीं, बल्कि पूरे चुनाव पर सवाल उठाए हैं। बेंगलुरु सेंट्रल को उन्होंने उदाहरण के तौर पर पेश किया। उनका कहना है कि देशभर में ऐसी गड़बड़ियां हुई हैं। कांग्रेस इस संबंध में डेटा इकट्ठा कर रही है और पार्टी जल्द ही इस मुद्दे को अदालत में ले जा सकती है। चुनावी ईमानदारी पर बहस फिर से शुरू हो गई है।
कर्नाटक में सियासी तनाव
कर्नाटक में बढ़ेगा सियासी तनाव: कर्नाटक की राजनीति में यह मामला और गर्मी लाएगा। कांग्रेस पहले से ही सक्रिय है और राहुल के बयान के बाद बीजेपी पर हमले और तेज होंगे। पीसी मोहन को भी अब अपनी सफाई पेश करनी पड़ सकती है। राज्य में आगामी उपचुनावों और निकाय चुनावों में यह मुद्दा बड़ा बन सकता है।
सिस्टम के खिलाफ राहुल की चुनौती
राहुल बनाम सिस्टम की टक्कर: राहुल गांधी ने अब सीधे सिस्टम को चुनौती दी है। उनका कहना है कि लोकतंत्र में यदि वोट की चोरी होगी, तो फिर लोगों का भरोसा कैसे बचेगा। उन्होंने जनता से कहा कि सच बोलने से डरना नहीं चाहिए। यह लड़ाई अब केवल एक सीट की नहीं, बल्कि देश के चुनावी सिस्टम की प्रतिष्ठा की बन चुकी है।