क्या भारत ने ओवल टेस्ट में गेंद से की छेड़छाड़? पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज का गंभीर आरोप

शब्बीर अहमद का आरोप
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शब्बीर अहमद ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट के दौरान टीम इंडिया ने गेंद के साथ छेड़छाड़ की हो सकती है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे और पांचवें दिन इस्तेमाल की गई गेंद को लैब परीक्षण के लिए भेजने का अनुरोध किया है।
करीबी जीत के बाद उठे सवाल
यह विवाद तब शुरू हुआ जब भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में 6 रन से बेहद करीबी जीत हासिल की और श्रृंखला को 2-2 से बराबर कर दिया। यह भारत की टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम अंतर से जीत थी। मैच के अंतिम दिन, भारतीय गेंदबाजों, विशेषकर मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने 80 ओवर पुरानी गेंद से शानदार स्विंग हासिल की, जिसने सभी का ध्यान खींचा।
पुरानी गेंद से असाधारण स्विंग
ओवल की पिच पर बादल छाए हुए थे और मौसम गेंदबाजों के लिए अनुकूल था। सिराज और कृष्णा ने जिस तरह से गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराया, वह असामान्य था। कप्तान शुभमन गिल ने दूसरी नई गेंद लेने के बजाय पुरानी गेंद से खेल जारी रखने का निर्णय लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि गेंद कितनी प्रभावी साबित हो रही थी।
इंग्लैंड की पारी को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका
सिराज ने जेमी स्मिथ को एक शानदार आउटस्विंगर पर आउट किया और फिर जेमी ओवरटन को इनस्विंगर पर एलबीडब्ल्यू किया। प्रसिद्ध कृष्णा ने भी धारदार गेंदबाजी करते हुए जोश टंग का स्टंप उड़ा दिया। इन दोनों गेंदबाजों ने इंग्लैंड की पारी को 66 रन पर समेट दिया, जिससे भारत को ऐतिहासिक जीत मिली।
पहले भी लग चुके हैं ऐसे आरोप
यह पहली बार नहीं है जब किसी पाकिस्तानी पूर्व खिलाड़ी ने भारत की गेंदबाजी पर सवाल उठाया है। 2023 में वनडे विश्व कप के दौरान भी मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की स्विंग क्षमता पर शक जताते हुए हसन रज़ा ने कहा था कि भारत को ICC अलग गेंद देता है। हालांकि, इन आरोपों का कभी कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है।
I think
— Shabbir Ahmed Khan (@ShabbirTestCric) August 4, 2025
India used Vaseline
After 80 + over
Ball still shine like new
Umpire should send this ball to lab for examine
गेंदबाजों की मेहनत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता
हालांकि सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन यह तथ्य नकारा नहीं जा सकता कि भारतीय तेज गेंदबाजों ने कठिन परिस्थितियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। सिराज और कृष्णा की सटीक लाइन-लेंथ और अनुशासित गेंदबाजी ने भारत को मुश्किल हालात से उबारते हुए श्रृंखला को ड्रॉ कराने में मदद की।