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क्या भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत की नई उम्मीदें हैं? इशाक डार का बयान

पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत के साथ बातचीत के लिए अपनी तत्परता जताई है, खासकर कश्मीर मुद्दे पर। उन्होंने कहा कि बातचीत का दायरा केवल कश्मीर तक सीमित नहीं होना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका द्वारा युद्धविराम की अपील का भी जिक्र किया। जानें इस बयान के पीछे की कहानी और दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति के बारे में।
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क्या भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत की नई उम्मीदें हैं? इशाक डार का बयान

पाकिस्तान की बातचीत की पेशकश

पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों, विशेषकर कश्मीर पर चर्चा करने के लिए तैयार है। यह बयान उन्होंने इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत के दौरान दिया। हालांकि, भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह केवल पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और आतंकवाद पर चर्चा करेगा।


बातचीत का दायरा विस्तृत होना चाहिए

इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि यदि भारत के साथ बातचीत होती है, तो यह केवल कश्मीर तक सीमित न रहे, बल्कि सभी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि हमने कभी एकल एजेंडे पर बातचीत करने की बात नहीं की। बातचीत हर महत्वपूर्ण विषय पर होनी चाहिए।


मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं

डार ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने किसी तीसरे पक्ष से मध्यस्थता की मांग नहीं की थी। वास्तव में, उन्हें एक प्रस्ताव मिला था जिसमें किसी तटस्थ स्थान पर बैठक की पेशकश की गई थी। उन्होंने बताया कि हमें ऐसे स्थान पर मिलने का सुझाव मिला जहाँ दोनों पक्ष सहज महसूस करें। हमने इसमें कोई आपत्ति नहीं जताई और अपनी सहमति दे दी।


अमेरिका का युद्धविराम का संदेश

इशाक डार ने यह भी बताया कि भारत-पाक तनाव के बीच अमेरिका ने संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने दोनों देशों के बीच युद्धविराम सुनिश्चित करने की अपील की थी। डार ने कहा कि मुझे अमेरिका से कॉल आया था, और मैंने उन्हें स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता।


ऑपरेशन सिंदूर के बाद का तनाव

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया। इस अभियान के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर आतंकी शिविरों और ढांचों पर निशाना साधा। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8 से 10 मई के बीच भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले का प्रयास किया।


भारत का कड़ा जवाब

भारतीय सेना ने पाकिस्तान की कार्रवाई का सख्त जवाब दिया और कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। लगभग चार दिन तक सीमा पर ड्रोन और मिसाइल हमलों का सिलसिला चला, जिससे तनाव चरम पर पहुंच गया।


संघर्षविराम पर सहमति

10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम पर सहमति बनी, जिससे सीमा पर स्थिति थोड़ी सामान्य हुई। इशाक डार ने बताया कि संघर्षविराम समझौता अब भी लागू है और पाकिस्तान फिलहाल शांति बनाए रखने के पक्ष में है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री की पाकिस्तान यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है।