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क्या यूक्रेन को नाटो सुरक्षा गारंटी मिलेगी? ट्रंप की नई टिप्पणियों ने बढ़ाई चिंता

डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ वार्ता से पहले स्पष्ट किया कि क्रीमिया को रूस से वापस लेना संभव नहीं है। उन्होंने नाटो सदस्यता की दिशा में आगे बढ़ने से भी मना किया। ट्रंप की टिप्पणियों ने यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी पर नई बहस छेड़ दी है। जानें, क्या ट्रंप की रणनीति यूक्रेन के लिए युद्ध समाप्त करने में मदद कर सकती है या नहीं।
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क्या यूक्रेन को नाटो सुरक्षा गारंटी मिलेगी? ट्रंप की नई टिप्पणियों ने बढ़ाई चिंता

यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की स्पष्टता

यूक्रेन युद्ध: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के साथ संभावित वार्ता से पहले स्पष्ट किया कि क्रीमिया को रूस से वापस लेना यूक्रेन के लिए संभव नहीं है। उन्होंने जेलेंस्की को यह भी सलाह दी कि यूक्रेन को नाटो की सदस्यता की दिशा में आगे नहीं बढ़ना चाहिए, क्योंकि यह रूस के साथ संघर्ष का एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है।


खेल का बदलना

खेल बदलने वाला है

ट्रंप की यह टिप्पणी उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के दावे के बाद आई, जिन्होंने कहा कि मॉस्को अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ संभावित शांति समझौते के तहत यूक्रेन को नाटो जैसी सुरक्षा गारंटी देने पर सहमत हो सकता है। इसे उन्होंने एक गेम चेंजर के रूप में वर्णित किया।


अनुच्छेद 5 की चर्चा

अनुच्छेद 5 का उल्लेख

विटकॉफ ने कहा कि अमेरिका ने महत्वपूर्ण रियायतें हासिल की हैं। उनके अनुसार, अमेरिका अनुच्छेद 5 जैसी सुरक्षा गारंटी देने के लिए तैयार है, जो नाटो की सदस्यता का सबसे बड़ा आकर्षण है। नाटो का अनुच्छेद 5 सामूहिक सुरक्षा का आधार है, जिसमें यह सिद्धांत है कि यूरोप या उत्तरी अमेरिका में गठबंधन के किसी भी सदस्य पर हमला सभी पर हमला माना जाएगा।


ट्रंप का सुरक्षा समझौते से इनकार

ट्रंप ने नकारा सुरक्षा समझौता

हालांकि विटकॉफ ने इसे ऐतिहासिक सफलता बताया, ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं और जेलेंस्की के आगमन से पहले इन दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन को फिलहाल नाटो जैसी सुरक्षा गारंटी नहीं मिलेगी, जिससे यूरोपीय नेताओं और कीव की उम्मीदों को झटका लगा।


जेलेंस्की पर दबाव

जेलेंस्की पर निर्णय का दबाव

ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि युद्ध समाप्त करने की असली जिम्मेदारी जेलेंस्की की है। उन्होंने कहा कि यदि यूक्रेन के राष्ट्रपति चाहें, तो वे रूस के साथ युद्ध को तुरंत समाप्त कर सकते हैं या संघर्ष को जारी रख सकते हैं। इस बयान को कई विश्लेषकों ने यूक्रेन पर अप्रत्यक्ष दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा।


ओबामा पर ट्रंप की टिप्पणी

ओबामा पर ट्रंप का निशाना

इस अवसर पर, ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में रूस ने बिना एक भी गोली चलाए क्रीमिया पर कब्जा कर लिया और उस समय ओबामा प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, "ओबामा को क्रीमिया वापस नहीं मिलेगा। यह 12 साल पहले बिना एक भी गोली चलाए चला गया था। और यूक्रेन नाटो का हिस्सा नहीं बनेगा। कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं।"